उमा भारती ने कथावाचक की जाति को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि 'जो मूल भागवत लिखी है जिनने वोश्वमय भागवत वो तो वेद व्यास धीवर कन्या के पुत्र थे, सत्यवती के और उनके पिता भी ब्राह्मण्य थे।' उन्होंने इस विवाद को 'सामान्य लोगों' द्वारा मीडिया में आने के लिए की जा रही लड़ाई बताया।