भारत की युवा पीढ़ी देश के भविष्य का निर्माण करेगी. शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुए हैं, जिसमें गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और डिजिटल समावेशन शामिल हैं. क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. महिला शिक्षकों की भागीदारी 60% से अधिक बढ़ी है. व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास का विस्तार हुआ है. युवाओं को कॉर्पोरेट सेक्टर में इंटर्नशिप के अवसर मिल रहे हैं. विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत नई ऊंचाइयां छू रहा है. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 48वें से 39वें स्थान पर पहुंची है.