डिबेट में राजनीतिक मर्यादा और चुनावी प्रक्रिया पर तीखी बहस हुई. एक वक्ता ने मां को गाली देने के मुद्दे पर बात की, जिसमें चिराग पासवान और मोदी की मां के लिए इस्तेमाल की गई गालियों का जिक्र था. उन्होंने नारी वंदन अधिनियम और उज्ज्वला योजना जैसी सरकारी पहलों का भी उल्लेख किया.