उत्तर प्रदेश के इटावा में एक भागवत कथा के आयोजन के दौरान कथावाचकों की पिटाई का मामला सामने आया. पीड़ित कथावाचकों ने आरोप लगाया कि उन्हें यादव होने के कारण पीटा गया, जिसके बाद यह मामला राजनीतिक रंग ले गया. हालांकि, बाद में आयोजक परिवार ने कथावाचकों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने खुद को ब्राह्मण बताया था, जबकि वे यादव थे और उनके पास दो आधार कार्ड भी थे.