जब देश की संसद का सत्र शुरू होता है, तो जनता को उम्मीद होती है कि जनहित से जुड़े मुद्दों पर गंभीर चर्चा होगी और महत्वपूर्ण विधेयक पारित होंगे। हालांकि, हाल ही में संसद में एक सदस्य ने समोसे के आकार और कीमत पर सवाल उठाया। उनका सवाल था कि 'पूरे देश में सभी दुकानों पर समोसे का साइज एक क्यों नहीं है? और एक समोसा छोटा दूसरा समोसा बड़ा क्यों है?'