रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन में आतंकवाद पर भारत की ज़ीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के केंद्र अब सुरक्षित नहीं हैं और भारत उन्हें निशाना बनाने से नहीं हिचकेगा. चीन ने संयुक्त राष्ट्र में कई बार मसूद अजहर जैसे आतंकियों को बचाने के लिए वीटो का इस्तेमाल किया है, और पाकिस्तान के साथ मिलकर आतंकवाद के मुद्दे को कमजोर करने का प्रयास किया, जिसे भारत ने अस्वीकार कर दिया.