अयोध्या में लगभग 16 महीनों के बाद दूसरी प्राण प्रतिष्ठा हुई, जिसमें राजा राम के दरबार को प्रतिष्ठित किया गया; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. जगतगुरु राम दिनेशाचार्य जी महाराज के अनुसार, 'ये है अध्यात्म की स्वतंत्रता और ये है संस्कृति की स्वतंत्रता.'