एंजेल चकमा हत्याकांड में उत्तराखंड पुलिस ने नस्लीय हिंसा की बात को खारिज कर दिया है. देहरादून पुलिस के अनुसार यह विवाद एक जन्मदिन पार्टी में हुआ था, जो मणिपुर निवासी सूरज ख्वास ने अपने बेटे के लिए आयोजित की थी. पार्टी के दौरान एंजेल चकमा और उसके भाई का विवाद पार्टी में आए कुछ अन्य लोगों से हो गया. आरोपी अवनीश नेगी भी पुलिस की हिरासत में है. शराब लेने के दौरान गाली-गलौच शुरू हुई और माइकल ने इसका विरोध किया, जिससे विवाद और बढ़ गया. आलोचनात्मक स्थिति में दोनों भाइयों को गंभीर चोटें आईं, जिनमें इलाज के दौरान एंजेल चकमा की मौत हो गई.