'एक देश एक चुनाव' विधेयक (ONOE) लोकसभा में पेश हो गया है. अब इसे संसद की संयुक्त समिति (JPC) के पास भेजा जाएगा. इस बिल को स्वीकार करने के लिए जो वोटिंग हुई, उसमें 269 वोट इसके पक्ष में थे और 198 वोट इसके विरोध में थे. बड़ी बात ये है कि व्हिप जारी होने के बाद भी बीजेपी के 20 सांसद वोटिंग के दौरान लोकसभा में गैर हाजिर रहे. पार्टी ने इन 20 सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. एनडीए के सहयोगी दलों के भी कुछ सांसद वोटिंग के दौरान उपस्थित रहे.
संसद में बहुमत के लिए 272 सांसदों का समर्थन जरूरी है और इस बिल पर सरकार को 269 सांसदों का समर्थन मिला है. यानी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाए और तीन सांसद कम थे. इस पूरे घटनाक्रम को बीजेपी ने बेहद गंभीरता से लिया है. पार्टी ने एक दिन पहले ही लोकसभा के अपने सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था. इसमें कहा था कि वे 17 दिसंबर, 2024 को सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें. दोनों सदनों में कुछ महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर चर्चा होनी है. जब मंगलवार को जब वन नेशन वन इलेक्शन बिल लोकसभा में पेश हुआ और वोटिंग की बारी आई तो पार्टी के 20 सांसद अनुपस्थित पाए गए. अब बीजेपी का कहना है कि वोटिंग के दौरान सांसदों की गैरमौजूदगी की जांच की जा रही है.
कौन-कौन सांसद वोटिंग के वक्त अनुपस्थित थे...
- केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल, मंत्री भूपेंद्र चौधरी समेत कुछ अन्य सांसद ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम में राजस्थान में थे. इसलिए लोकसभा में वोटिंग के वक्त उपस्थित नहीं हो सके.
- कई सांसदों ने विभिन्न व्यक्तिगत और अन्य कार्यों का हवाला दिया. इन सांसदों ने अपनी अनुपस्थिति के बारे में पार्टी को पहले ही सूचित कर दिया था.
बीजेपी एक्शन मोड में...
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, हम निश्चित रूप से अनुपस्थिति के पीछे के कारणों पर गौर कर रहे हैं. कुछ सांसदों के पास वास्तविक कारण थे. सभी सांसदों को नोटिस दिया गया है और कारणों की जानकारी मांगी गई है. बीजेपी के सहयोगी दलों के भी चार से पांच सांसद वोटिंग के दौरान मौजूद नहीं थे और इस पर भी गौर किया जा रहा है.
दोनों विधेयकों को चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी और जेडी(एस) जैसे एनडीए सहयोगियों के साथ वाईएसआरसीपी जैसे दलों का भी समर्थन मिला है.
लोकसभा में कैसे हुआ मतदान?
केंद्र की एनडीए सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में 'संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024' और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया. संसद में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से मतदान हुआ. कुल 369 सांसदों ने वोट दिया. विधेयक के पक्ष में 220 और विरोध में 149 वोट पड़े. इस बीच, विपक्ष ने आपत्ति जताई तो स्पीकर ओम बिरला ने पर्ची से संशोधन मतदान के आदेश दिए. इस दौरान 92 सदस्यों ने पर्ची से वोट दिया. अंत में नतीजे घोषित हुए. विधेयक के पक्ष में कुल 269 और विरोध में 198 मत पड़े.
बीजेपी ने इससे पहले 13 दिसंबर और 14 दिसंबर को संविधान दिवस के 75 वर्ष पूरे होने पर भी तीन लाइन का व्हिप जारी किया था और अपने सांसदों को लोकसभा में चर्चा के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा था. पार्टी ने सभी राज्यसभा सांसदों को भी 16-17 दिसंबर को संविधान पर बहस के लिए व्हिप जारी किया था.