केरल के तिरुवनन्तपुरम में 27 साल के एक व्यक्ति को कथित तौर पर एमडीएमए और गांजा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. हैरानी की बात ये है कि युवक यहां एक प्रमुख आईटी कंपनी में काम करने वाला इंजीनियर है. उत्पाद शुल्क अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि यहां के पास मुरुक्कमपुझा के मूल निवासी मिथुन मुरली को सोमवार को कुलथूर में उसके किराए के घर से गिरफ्तार किया गया. एक गुप्त सूचना के आधार पर, कज़ाकुट्टम रेंज के एक्साइज ऑफीशियल्स की एक टीम ने घर में तलाशी ली.
एक आबकारी अधिकारी ने बताया कि 'युवक के पास से बत्तीस ग्राम एमडीएमए, 20 ग्राम गांजा और ड्रग्स बेचकर जुटाए गए कुल 75,000 रुपये जब्त किए गए हैं.'उन्होंने बताया कि आरोपी एक प्रमुख आईटी कंपनी में डेटा इंजीनियर के रूप में काम कर रहा था. यह मामला एनडीपीएस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था.
किसी साधारण इंजीनियर का ड्रग तस्कर बन जाना अपने आप में हैरान करने वाला है. बीते साल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से ऐसा ही मामला सामने आया था.ये कहानी सुनकर पुलिस के पांव तले जमीन खिसक गई थी.दरअसल, पुलिस ने अवधपुरी इलाके से एक युवक को गांजा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया. सुशील नाम का युवक गांजा पैकेट बेचने का काम करता था और गांजा बेचने की फिराक में घूम रहा था. सूचना के आधार पर पुलिस ने युवक को घेरकर पकड़ लिया. उसके पास से गांजे का एक पैकेट भी बरामद हुआ, जिसके बाद उसे थाने लाया गया.
पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी का रहने वाला है. कुछ साल पहले वह झांसी से भोपाल आया और पानीपुरी का ठेला लगाया. लेकिन नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान बार-बार उसका ठेला जब्त कर लेती थी. इससे परेशान होकर उसने यह धंधा बंद कर दिया. इसके बाद वह झांसी से थोड़ी मात्रा में गांजा लाने लगा और उसके छोटे-छोटे पैकेट बनाकर भोपाल के अलग-अलग इलाकों में बेचने लगा.