तमिलनाडु के कोयंबटूर के यूट्यूबर सवुक्कु शंकर को जमानत मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली है. सवुक्कु शंकर को महिला पुलिस अफसर पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में इस साल 4 मई को गिरफ्तार किया गया था. सवुक्कु पर दो बार गुंडा एक्ट लगाया गया था.
सवुक्कु ने पुलिस पर डेटा चोरी करने का आरोप भी लगाया है. इसे लेकर उन्होंने राज्य के गृह सचिव और डीजीपी के सामने एक याचिका दाखिल की है. इसमें सवुक्कु ने आरोप लगाया है कि 4 मई को उसे थेनी में गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान पुलिस ने एक आईपैड और आईफोन 12 प्रो जब्त किया था. उन्होंने दावा किया कि बाद में थेनी पुलिस ने एक आईफोन 15 प्रो और एक मैकबुक भी जब्त की थी.
सवुक्कु ने आरोप लगाया कि उन्हें 20 मई को पुलिस हिरासत में भेजा गया था. पहले उन्हें पलानीचेट्टीपट्टी पुलिस स्टेशन ले जाया गया था. और फिर आधीर रात को उन्हें सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया.
उन्होंने दावा किया कि आधी रात को एसपी वरुण कुमार कॉन्स्टेबल अबू के साथ वहां पहुंचे. वरुण कुमार दो आईफोन लाए थे, जिन्हें सील किया जाना था. इसके बाद उन्होंने दोनों आईफोन को बाहर निकाला और धमकी दी कि अगर फोन अनलॉक नहीं किए तो फॉरेस्ट बंगले में एनकाउंटर में मार दिया जाएगा. ये कहते हुए एसपी वरुण कुमार ने उनपर बंदूक तान दी, जिसके बाद उन्होंने दोनों फोन अनलॉक कर दिए.
सवुक्कु ने दावा किया कि एसपी ने उन्हें ईमेल, आईक्लाउड अकाउंट और यूट्यूब चैनल के पासवर्ड देने के लिए मजबूर किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि अकाउंट पासवर्ड के साथ-साथ अकाउंट रिकवरी कॉन्टैक्ट डिटेल्स भी बदल दी गई. उन्होंने दावा किया है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते से उनकी निजी जानकारी सोशल मीडिया पर आ रही है.
उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए सवाल किया है कि एसपी वरुण कुमार के पास उनके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट कैसे आ गए.