दिल्ली का ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके फिर चर्चा में है. यहां नशे और रफ्तार का कॉकटेल देखने को मिला है. मंगलवार शाम एक आई टेन कार ने छह लोगों को कुचल डाला. ये सभी लोग सड़क पर पैदल चल रहे थे. घायलों में UPSC की तैयारी कर रहे पांच अभ्यर्थी भी शामिल हैं.
हादसे के बाद भागने की कोशिश कर रहे कार सवार को स्थानीय लोगों ने धर दबोचा. कार चला रहा शख्स नशे में धुत था. पुलिस ने बताया कि कार चालक प्रेम कुमार (45) को मौके पर ही पकड़ लिया गया. ब्रीथलाइजर जांच में वो शराब के नशे में पाया गया. घटना शाम करीब छह बजे की है.
धरने पर बैठ गए स्टूडेंट्स, पुलिस ने उठाया
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है. छात्रों में दो लड़कियां शामिल हैं. हादसे के बाद गुस्साए अभ्यर्थी धरने पर बैठ गए, जिन्हें पुलिस ने समझा-बुझाकर सड़क से हटाया.
ड्राइवर की मेडिकल जांच
पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) एम हर्षवर्धन ने बताया, ड्राइवर की मेडिकल जांच चल रही है और शराब के लेवल का पता लगाने के लिए उसका ब्लड सैंपल लिया गया है.
ड्राइवर के बारे में क्या पता चला?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में सामने आया कि प्रेम कुमार ड्राइवर के तौर पर काम करता है और घटना के समय वो अपने मालिक की कार चला रहा था. पुलिस का कहना था कि उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस ने क्या बताया...
पुलिस ने बताया कि घटना सेंट्रल दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर की है. मंगलवार शाम शराब के नशे में धुत एक शख्स कार दौड़ा रहा था. उसकी कार की चपेट में आने से छह पैदल यात्री घायल हो गए. इनमें से पांच यूपीएससी की तैयारी करने वाले हैं और छठा व्यक्ति उस इलाके में घूमने आया था और मौके से गुजर रहा था.
कौन-कौन घायल हुआ?
घायलों में लोकेश, बेबी, शिवम, हर्षिता, स्टीफन और विपुल को अस्पताल ले जाया गया. पांच को जल्द ही छुट्टी मिलने की संभावना है. जबकि एक को आगे के इलाज की जरूरत हो सकती है. सभी छह की हालत स्थिर बताई गई है.
स्टूडेंट्स ने क्या कहा...
घटना के बाद लोगों में नाराजगी बढ़ गई और स्थानीय लोगों और छात्रों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई. ये लोग घायलों के लिए न्याय की मांग करने लगे. यूपीएससी के एक अभ्यर्थी ने कार चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
छात्र का कहना था कि अब ऐसी घटनाएं आम बात हो गई हैं. इसके अलावा, निर्माण कार्य चलने के कारण लोगों को दिक्कत होती है. पैदल चलने के लिए बहुत कम जगह होती है. बड़ा बाजार में कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है. अधिकारियों की लापरवाही के कारण घटना हुई है.
'अनदेखी करते हैं अधिकारी'
पिछले पांच सालों से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में रहने वाले यूपीएससी के अभ्यर्थी बाल कृष्ण (26) ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने हमेशा छात्रों की मांगों को अनदेखी किया है.
'पैदल चलने की नहीं बची जगह'
उन्होंने कहा, चाहे पिछले साल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से छात्रों की मौत हो या आज जब पांच यूपीएससी के अभ्यर्थी घायल हुए हैं... कुछ भी नहीं बदला है. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य चलने के कारण पैदल चलने वालों के लिए जगह कम हो गई है.
स्टूडेंट्स के सामने क्या परेशानियां?
धरना देने वाले स्टूडेंट्स का कहना था कि इस सड़क पर हर दिन करीब 10 हजार छात्र यात्रा करते हैं. अगर वे सुरक्षित यात्रा नहीं कर सकते तो पढ़ाई कैसे करेंगे? यहां तेज गति से गाड़ी चलाना, ओवरस्पीडिंग और नशे में गाड़ी चलाना बहुत आम बात है. समस्या यह है कि कोई भी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहा है.