मशहूर बंगाली लेखक सुजान दासगुप्ता का शव उनके कोलकाता स्थित फ्लैट के वॉशरूम से बरामद किया गया है. पुलिस को उनका शव उनके घर में ही मिला. अब पुलिस ने इस मामले में पूछताछ शुरू कर दी है.
कोलकाता पुलिस ने कहा कि बुधवार को लगभग 10 बजे उनकी नौकरानी सुनीता घोष उदिता अपार्टमेंट के अंदर 78 वर्षीय डॉ सुजान दासगुप्ता के आवास पर गई थीं और दरवाजा खटखटाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसके बाद, उसने अपार्टमेंट के गार्ड को फोन किया लेकिन वे भी दरवाजा नहीं खोल पाए. इसी बीच साहित्यकार सुजान दासगुप्ता के साले भी वहां आ गए और स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई.
वॉशरूम के सामने पड़े मिले सुजान दासगुप्ता
पुलिस सूत्रों का दावा है कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था और उक्त दरवाजे को परिजनों और सुरक्षाकर्मियों ने तोड़ा था. पता चला कि डॉ. सुजान दासगुप्ता अपने कमरे के फर्श पर वॉशरूम के सामने पड़े हुए थे. पुलिस ने उन्हें बाघाजतिन स्टेट जनरल हॉस्पिटल भेजा. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनका पोस्टमॉर्टम आज किया जाना है.
इन उपन्यासों के लिए मशहूर थे सुजान दासगुप्ता
बता दें कि बंगाली लेखक अकेले रह रहे थे क्योंकि उनकी पत्नी शांति निकेतन घूमने गई हुई हैं और बेटी यूएसए में है. उनके सबसे उल्लेखनीय उपन्यास एकेन बाबू, निव्राइट आदि हैं. उनके द्वारा लिखी गई 'एकेन बाबू' सबसे लोकप्रिय जासूसी कहानी है, जिस पर हाल ही में एक बंगाली फिल्म भी बनी थी.
(इनपुट- राजेश साहा)