
CBSE की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद अब अन्य बोर्ड की भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने लगी हैं. इसी कड़ी में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) की 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है. शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) की 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया है.छात्रों का मूल्यांकन ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया के आधार पर किया जाएगा, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी. इससे 1.75 लाख विद्यार्थियों को लाभ होगा.

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) की तरफ से यह भी कहा गया है कि अगर किसी छात्र-छात्रा को अपने मूल्यांकन से संतुष्टि नहीं होती है तो हालात सामान्य होने पर सार्वजिनक परीक्षा या ऑन डिमांड परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा. ऐसी परिस्थिति में संबंधित शिक्षार्थी की सार्वजनिक परीक्षा या आडीई में परिणाम अंतिम माना जाएगा.
बता दें कि बीते एक जून को पीएम नरेंद्र मोदी ने लंबी बैठक के बाद सीबीएसई के 12वीं बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया था. इस फैसले से करीब 14 लाख छात्रों को बड़ी राहत मिली.
वहीं, बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है. पीएम ने कहा कि कोरोना काल के माहौल में बच्चों को तनाव देना उचित नहीं है. बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते हैं. 12वीं कक्षा के नतीजे समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंड के तहत बनाए जाएंगे.