चार जून को देश में मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए दाखिला पाने को होने वाली परीक्षा NEET का रिजल्ट आया था. पांच जून से देश में नीट के नतीजों में धांधली का आरोप लगाकर छात्र प्रदर्शन करते नजर आए. अब सुप्रीम कोर्ट तक में पूरी NEET परीक्षा रद्द करके दोबारा कराने की मांग की याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है, लेकिन दिन प्रतिदिन जहां NTA और सरकार कहती है कि NEET में सबकुछ ठीक है. तब रोज नए ऐसे आरोप सामने आते हैं जो शंकाएं बढ़ा देते हैं.
क्या ग्रेस नंबर पाने वाले को देनी होगी 23 जून की परीक्षा
पहले NTA के अधिकारी कहते रहे कि ग्रेस नंबर देने में कोई चूक नहीं हुई, लेकिन फिर वही NTA सुप्रीम कोर्ट में जाकर कहता है कि ग्रेस नंबर से शंका बढ़ी है इसलिए ग्रेस नंबर पाने वालों को दोबारा 23 जून को परीक्षा देनी होगी या फिर बिना ग्रेस नंबर के उनका स्कोर कार्ड जारी होगा. NTA कहता है कि सिर्फ छह सेंटर पर चूक हुई और कहीं कोई गड़बड़ नहीं हुई, लेकिन बिहार और गुजरात में पेपर लीक और परीक्षा में नकल कराने के आरोप लगते हैं.
पेपरलीक के आरोप आधारहीनः NTA
NTA कहता है कि पेपर लीक के आरोप आधारहीन हैं, कहीं कोई पेपरलीक नहीं हुआ. जबकि पटना में दावा होता है कि NEET के एग्जाम से ऐन पहले पेपर लीक कराके उसके जवाब छात्रों को रटाए जा रहे थे. NTA कहता है कि वो पेपर लीक या नकल से जुड़े हर केस की जांच में राज्य सरकार की जांच एजेंसी की पूरी मदद कर रही है, लेकिन कम से कम तीन हफ्ते हो चुके हैं और दावा है कि पटना में जांच के लिए मांगे जाने वाले असली प्रश्नपत्र की कॉपी तक NTA ने नहीं भेजी है.
शिक्षामंत्रियों ने की अभ्यर्थियों से मुलाकात
सवाल खड़ा होता है कि क्यों नहीं मानें कि अब भी NTA की तरफ से आरोपों के दाग मिटाने की जगह सिर्फ और सिर्फ मिट्टी डालने की कोशिश की जा रही है, जिससे दाग और गहरे होने की आशंका जन्म लेने लगती है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पूरी कोशिश से सबको भरोसा देने में जुटे हैं कि NEET देने वाले बच्चों का परीक्षा पर विश्वास टूटने नहीं देंगे. इसीलिए शुक्रवार को कई छात्रों औऱ अभिभावकों से शिक्षामंत्री ने मुलाकात की.
NEET परीक्षा की पवित्रता पर सवाल
देश का शिक्षा महकमा संभालने वाले मंत्री कह चुके हैं कि छात्रों के हित सुनिश्चित करेंगे. किसी भी बच्चे के करियर के साथ खिलवाड़ नहीं होगा. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जो भी जरूरी कदम हैं वो उठाए जाएंगे. इन सबके बावजूद देश की राजधानी दिल्ली से लेकर अलग-अलग शहरों में अब भी NEET परीक्षा की पवित्रता पर उठता सवाल शांत नहीं हुआ है.
नीट देने वाले लाखों छात्रों को अब भी ये लगता है कि बिना पेपर लीक या किसी तरीके की और धांधली के ऐसा हो ही नहीं सकता कि इस बार उतने ही नंबर पर रैंकिंग इतनी नीचे चली जाए, जितने नंबर पर पहले अच्छे सरकारी कॉलेज में दाखिला मिल जाता था ?
पेपर लीक या नकल से सीधा इनकार
क्या ग्रेस नंबर के बाद NTA ये भी मानेगा कि पेपर लीक हुआ था ? क्या NEET के पेपर में खाली OMR शीट भराके उसे बाद में भरने की डील हो रही थी? क्या NEET परीक्षा में नकल कराने का रास्ता खुला हुआ था? लेकिन NTA के अधिकारी हों या फिर देश के शिक्षा मंत्री, फिलहाल पेपर लीक या नकल से सीधे इनकार करते हैं.
पेपर लीक विषय है या नहीं ये फैसला कौन करेगा ? जांच एजेंसी या फिर सीधे क्लीनचिट दे दी जाएगी? फिलहाल दिखता तो यही है कि देश में बहुत महत्वपूर्ण परीक्षाएं आयोजित कराने का जिम्मा जिस NTA के कंधों पर है वो अपनी जिम्मेदारी ढंग से निभाने की जगह सिर्फ पल्ला झाड़ने में जुटी दिखती है.
गुजरात के गोधरा में आरोप लगा कि नीट परीक्षा के एक सेंटर पर सेंटर सुपरवाइजर और प्रिंसिपल मिलकर 30 अभ्यर्थियों को नकल कराके पास कराने के बदले प्रति छात्र 10 लाख रुपये ले चुके थे. वहीं पटना में आरोप ये है कि नीट का पेपर लीक कराने के बाद उसके जवाब रटाए जा रहे थे. इसके लिए दावा है कि प्रति छात्र 30 से 40 लाख रुपये की डील हुई थी. दोनों जगह पर स्थानीय पुलिस जांच में जुटी है. सवाल है कि अगर पेपर लीक और नकल के आरोपों पर जांच अभी जारी है तो क्लीनचिट देने की जल्दबाजी में क्यों है ? क्या NTA अपने सिस्टम की खामी दूर करने की जगह सिर्फ बचने में जुटी है?
गुजरात के गोधरा में दो स्कूलों में सामने आई धांधली
गुजरात के गोधरा को जय जलाराम स्कूल की दो ब्रांच में 5 मई को NEET की परीक्षा होनी थी. उससे ठीक पहले पंचमहल जिले के कलेक्टर को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस तुषार भट्ट नाम के टीचर की कार से 7 लाख कैश बरामद करती है. इसके बाद फिर गुजरात के गोधरा के इस स्कूल में नीट परीक्षा के दौरान एक बहुत बड़ी नकल की डील का दावा सामने आता है. जिसके ये पांच आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त में हैं. इनके नाम जान लीजिए
1- तुषार भट्ट, स्कूल में परीक्षा का सुपरवाइजर
2- पुरुषोत्तम शर्मा, स्कूल का प्रिंसिपल
3. परशुराम रॉय, रॉय ओवरसीज का मालिक
4. विभोर आनंद, पुरुषोत्तम का साथी
5. आरिफ वोरा, बिचौलिया
इनके गिरफ्तारी से क्या-क्या मिला?
NEET में नकल कराने के बदले खाली चेक
NEET में नकल कराने के बदले भरे हुए 2.30 करोड़ के चेक
NEET में नकल कराने के बदले लाखों का कैश
अब जिस नीट परीक्षा को दागरहित बताने में पूरा NTA जुटा हुआ है. उसी परीक्षा के दौरान हुई एक नकल की डील की जांच करती पंचमहल पुलिस के एसपी हिमांशु सोलंकी कहते हैं कि तुषार भट्ट सेंटर कोऑर्डिनेटर हैं, उसको पकड़ा है. तुषार भट्ट परशुराम रॉय के कॉन्टेक्ट में था. परशुराम के साथ विभोर आनंद था, जिसने कुछ छात्र परशुराम को दिए थे. ये छात्र परशुराम और विभोर के जरिए तुषार के पास पहुंचे. आरिफ वहां का लोकल है वो भी तुषार भट्ट के संपर्क में था.
आरिफ, पुरुषोत्तम रॉय, विभोर ये तीन एक कड़ी थे. जिन्होंने गोधरा के जय जलाराम स्कूल में नीट परीक्षा में सुपरवाइजर बनाए गए तुषार भट्ट से संपर्क साधा. दावा है कि डील ये हुई कि प्रति अभ्यर्थी 10 लाख रुपये लिया जाएगा. सात लाख रुपये पहले देना होगा, 3 लाख पेपर के बाद. काम ये होगा कि अभ्यर्थी जितना सवाल आता है उतना OMR शीट में भरेंगे बाकी छोड़ देंगे. जिसे सुपरवाइजर तुषार भट्ट बाद में सही जवाब से भरवा देगा.
परीक्षा केंद्र कैसे बनाए गए दोनों स्कूल?
एसपी हिमांशु सोलंकी ने कहा कि, जांच में परशुराम के घर से काफी मेटिरियल मिला था, FSL में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भेजी हैं, आठ चेक खाली मिले, 2.30 करोड़ के भरे हुए चेक मिले थे. एक लिस्ट भी मिली थी उसमें अभ्यर्थियों के नंबर थे. गोधरा के परीक्षा केंद्र पर सेंटर का सुपरवाइजर, 10 लाख में आंसरशीट चोरी करता था, खुद भरता था. पांच आरोपियों को पकड़ा था. उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई. पुलिस ने अब NTA से जवाब मांगा है कि ये केंद्र कैसे मंजूर किया है ? कैसे मंजूरी मिली ? कैसे रेकैट चल रहा था. गुजरात और बाहर के 30 छात्रों ने 10-10 लाख में डील की थी.
क्या बाद मे भराई जा सकती है OMR शीट?
कहने को NTA कह सकता है कि यहां नकल हो कहां पाई, उससे पहले ही पंचमहल पुलिस ने पकड़ लिया. लेकिन सवाल ये है कि गोधरा के दो सेंटर की तरह क्या नकल का रास्ता और जगह नहीं खुला होगा? गोधरा के सेंटर पर नकल से पहले धरपकड़ हुई, बाकी सेंटर की गारंटी कौन लेगा? क्या NEET परीक्षा में सेंटर सुपरवाइजर के साथ मिलकर OMR शीट को बाद में भराया जा सकता है ?
अगर एक सेंटर का सुपरवाइजर तीस छात्रों को दावे के मुताबिक ये कहता है कि तुम पैसा दो और फिर खाली OMR छोड़ दो, मैं भरवा दूंगा तो क्या ये और सेंटर पर भी हुआ होगा? इस सवाल के बीच ही पेपर लीक की आशंका भी है. लेकिन यहां भी NTA सीधे इस पेपर लीक के दावे को खारिज करता है. पटना में 5 मई को होने वाली नीट परीक्षा से ठीक पहले पुलिस को एक छापे में प्रश्नपत्र का जला हुआ टुकड़ा मिला है.
दावा है कि कुछ लोगों ने तीस से चालीस लाख रुपये में नीट के अभ्यर्थियों को देने के लिए लीक कराया और दावा है कि इसी लीक पेपर से जवाब छात्रों को रटाए जा रहे थे, लेकिन उससे पहले पुलिस पहुंच गई. आरोपी पेपर को जला दिए. 4 अभ्यर्थी समेत 13 लोगों को पटना पुलिस ने पकड़ लिया. 5 मई को जिस दिन नीट का इम्तिहान हुआ उसी दिन ये पटना पुलिस की FIR की कॉपी भी सामने आई है, जिसमें लिखा गया 5 मई को पुलिस ने इन सभी लोगों को गिरफ्तार करने के बाद बिहार में कई जगहों पर छापा मारा.
पटना में मिले NEET पेपर के जले हुए टुकड़े
इसमें उसे जांच के दौरान जले हुए पेपर के कुछ टुकड़े मिले और दावा है कि ये टुकड़े उसी पेपर के थे, जो Question Paper 5 मई को NEET UG की परीक्षा में आया था. इसके बाद बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने NTA से असली Question Paper देने के लिए कहा, ताकि उसे जले हुए पेपर के टुकड़ों से मिलाकर उनकी फॉरेंसिक जांच कराई जा सके और ये पता लगाया जा सके कि क्या ये Question Paper लीक हुआ था या नहीं हुआ था, लेकिन दावा है कि अब तक NTA ने बिहार पुलिस को असली Question Paper की कॉपी नहीं दी है, जिससे ये जांच अभी बीच में ही रुकी हुई है.