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अब उत्तराखंड में ट्रेन पलटाने की साजिश, हरिद्वार-देहरादून ट्रैक पर मिले डेटोनेटर, रंगेहाथ पकड़ा गया शख्स

हरिद्वार-देहरादून ट्रैक से रेलवे पुलिस ने डेटोनेटर बरामद किये हैं. इस दौरान एक आरोपी भी रंगेहाथ पकड़ा गया है. हरिद्वार जीआरपी की सीनियर पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध रूप से घूमता हुआ दिखाई दिया, जिसे अरेस्ट कर लिया गया.

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पुलिस की गिरफ्ता में आरोपी आशोक.
पुलिस की गिरफ्ता में आरोपी आशोक.

रेलवे ट्रैक को दहलाने की कोशिशें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब उत्तराखंड में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जो रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रख रहा था. हरिद्वार राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने बताया कि 27 अक्टूबर की रात को मुरादाबाद रेलवे डिवीजन कक्ष को सूचना दी गई कि मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखे हैं.

जीआरपी की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची उन्हें डेटोनेटर रखे मिले. हरिद्वार जीआरपी की सीनियर पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध रूप से घूमता हुआ दिखाई दिया. सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद संदिग्ध की पहचान उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी अशोक के रूप में हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

आरोपी रेलवे में प्राइवेट लेबर के रूप में ट्रैक मरम्मत का कार्य करता है. उसे सिग्नल पटाका रेलवे गुफा के पास पड़ा मिला था, ये ट्रेन रोकने के काम आता है. जिसमें बहुत ज्यादा धमाका होता है. इसकी आवाज सुनने के लिए उसने ट्रैक पर लगाया था. पुलिस ने यूपी के रामपुर निवासी अशोक कुमार को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक जीआरपी सरिता डोबाल ने बताया कि 27 अक्तूबर को कंट्रोल मुरादाबाद से सूचना प्राप्त हुई कि मोतीचूर यार्ड किलोमीटर नंबर 31/15 -16 पर डेटोनेटर फट गया है. जिसकी सूचना तत्काल उच्च अधिकारीगणों को दी गई. इस सम्बन्ध में उनके निर्देशन में मौके पर स्वप्निल मुयाल पुलिस उपाधीक्षक जीआरपी उत्तराखण्ड ने पुलिस टीम के साथ तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया. किसी तरह तरह की जान माल का नुकसान नहीं हुआ.

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रेलवे स्टेशन मोतीचूर यार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे का अवलोकन करने पर एक संदिग्ध व्यक्ति रन थ्रू ट्रैक पर संदिग्ध अवस्था में घूमता नजर आ रहा था, जिस पर तत्काल सीसीटीवी फुटेज के माध्य्म से व्यक्ति की तलाश की गई तो सीसीटीवी में दिख रहा व्यक्ति यूपी के रामपुर के रेवली गांव का अशोक कुमार निकला.

आरोपी ने शुरुआती पूछताछ में रेलवे ट्रैक पर सिग्नल फोग पटाका (डेटॉनेटर) लगाने की बात स्वीकार की और बताया कि वह रेलवे की प्राइवेट लेवर में ट्रैक मरम्मत का कार्य करता है और बताया कि सिग्नल पटाका उसे रेलवे गुफा के पास पड़ा मिला था जिसके बारे में सुना था कि ये ट्रेन रोकने के काम आता है, जिसमें बहुत अधिक धमाका होता है और इसकी आवाज सुनने के लिए इसे ट्रैक पर लगाया था.

मथुरा में बेपटरी हो गई थी मालगाड़ी

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से रेलवे ट्रैक को उड़ाने की साजिश के कई मामले सामने आ चुके हैं. हाल ही में 18 सितंबर को यूपी के मथुरा में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी. यह मालगाड़ी झांसी से सुंदरगढ़ जा रही थी. हादसा वृंदावन के पास हुआ था. 25 डिब्बे पटरी से उतरे थे.

सोलापुर में मिला था सीमेंट का पत्थर

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पिछले महीने 10 सितंबर को महाराष्ट्र के सोलापुर में मालगाड़ी को पलटाने की साजिश सामने आई थी. जिले के कुर्डुवाडी स्टेशन से करीब एक किलोमीटर दूर रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का बड़ा पत्थर मिला था. इस मामले को लेकर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

महाराष्ट्र में भी सामने आ चुका है केस

महाराष्ट्र वाली घटना से ठीक एक दिन पहले यानी 9 सितंबर को यूपी के कानपुर में ट्रेन हादसे की साजिश सामने आई थी. बता दें कि रात करीब 8.30 बजे प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे लाइन पर रखे भरे LPG सिलेंडर से टकरा गई थी. 17 अगस्त की रात करीब 2.30 बजे साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. रेलवे ने इस हादसे में भी साजिश की बात कही थी.

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