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'वीभत्स तस्वीरें-वीडियो दिखाते समय ध्यान रखें', टीवी चैनलों की रिपोर्टिंग पर सरकार का निर्देश

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि इन वीभत्स तस्वीरों और वीडियो को बिना एडिटिंग या ब्लर किए रिपोर्ट करने से इसका बच्चों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है. साथ में पीड़ितों की निजता का हनन भी होता है. मंत्रालय का कहना है कि खून से सने घटनास्थल और शवों की क्लॉज-अप से तस्वीरें दिखाना परेशान कर देने वाला है और प्रोग्राम कोड के खिलाफ है.

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सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को टीवी चैनलों को फटकार लगाते हुए उसे आड़े हाथों लिया है. मंत्रालय ने टीवी चैनलों को एक एडवाइजरी जारी कर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की दुर्घटना, मौत और हिंसा की घटनाओं की भयावह और परेशान कर देने वाली तस्वीरों और वीडियो बिना किसी एडिट के जारी करने से आगाह किया है.

मंत्रालय ने कहा कि इन वीभत्स तस्वीरों और वीडियो को बिना एडिटिंग या ब्लर किए रिपोर्ट करने से इसका बच्चों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है. साथ में पीड़ितों की निजता का हनन भी होता है. मंत्रालय का कहना है कि खून, शवों और शारीरिक उत्पीड़न की क्लॉज-अप से तस्वीरें दिखाना परेशान कर देने वाला है और प्रोग्राम कोड के खिलाफ है.

मंत्रालय ने सभी टीवी चैनलों को दिशानिर्देश जारी करते हुए दुर्घटनाओं, कत्ल और महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं की रिपोर्टिंग करते हुए नियमों का पालन करें. 

मंत्रालय ने कहा कि यह एडवाइजरी ऐसे समय में जारी की गई है, जब लगातार टीवी चैनल नियमों को ताक पर रखकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं और इन वीभत्स तस्वीरों और वीडियो को बिना एडिट के जारी कर रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनल लगातार शवों एवं घायलों की तस्वीरों और वीडियो को दिखा रहे हैं. खून से सने बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की तस्वीरें क्लॉज-अप कर दिखाई जा रही हैं. ऐसी भी तस्वीरे चैनल दिखा रहे हैं, जिनमें टीचर्स बच्चों को बेरहमी से पीट रहे हैं. पूरा-पूरा दिन बच्चों की चीख-पुकार और इनके साथ हिंसा की रिपोर्टिंग बिना किसी कांट-छांट के की जा रही है. इसलिए टीवी चैनलों को इस तरह की घटनाओं की रिपोर्टिंग के दौरान एहतियात बरतना होगा. 

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मंत्रालय ने कहा कि इस तरह  की घटनाओं की रिपोर्टिंग बहुत चिंताजनक है, जो दर्शकों पर गलत प्रभाव डालती है. इससे बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है.

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