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India Today Health Conclave: 'हेल्थ सेक्टर में राजस्थान आज एक मॉडल स्टेट', बोले गहलोत के मंत्री

इंडिया टुडे हेल्थ कॉन्क्लेव के एक सत्र में राजस्थान सरकार में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सक पद्धति विभाग के राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान का स्वास्थ्य मॉडल कैसे काम कर रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस सरकार के राजस्थान मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है.

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अपनी बात रखते हुए
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अपनी बात रखते हुए

दिल्ली में आयोजित हो रहे इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत करते हुए राजस्थान सरकार में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सक पद्धति विभाग के राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि हेल्थ सेक्टर में राजस्थान आज एक मॉडल स्टेट बन गया है.

वहीं, राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि कोविड के दौरान 10 राज्यों के मरीजों ने अपनी इलाज कराने के लिए राजस्थान का रुख किया था. आज भी 8 राज्यों के मरीज राजस्थान अपनी इलाज कराने के लिए राजस्थान की ओर रुख करते हैं. यही राजस्थान की मेडिकल सिस्टम की स्ट्रेंथ है. 

कॉन्क्लेव के इस अहम सत्र में राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ सुभाष गर्ग और राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी के अलावा राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ शुभ्रा सिंह ने भी हिस्सा लिया. 

भारत सरकार को भी आगे आना चाहिएः मंत्री

हेल्थ क्षेत्र में राजस्थान सरकार की ओर से उठाए जा रहे क्रांतिकारी कदमों पर टिप्पणी करते हुए डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा, "1998 में जब अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे. उस कार्यकाल के दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत कर फीडबैक लिया. लेकिन दुर्भाग्य से सरकार बदल गई. लेकिन 2008 में जब वो दोबारा मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने उस फीडबैक के आधार पर निःशुल्क दवा योजना की शुरुआत की. आंध्र-प्रदेश के बाद राजस्थान पहला राज्य था जहां मुफ्त में दवाइयां दी जा रही थी. और यह इसलिए भी सफल रहा क्योंकि सभी फीडबैक ग्रासरूट के आधार पर था.  

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उन्होंने आगे कहा कि जहां भारत सरकार का कुल हेल्थ बजट 2.1 प्रतिशत है. वहीं, राजस्थान सरकार 7 प्रतिशत हेल्थ पर खर्च करती है. हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया. भारत सरकार को भी आगे आना चाहिए और हेल्थ बजट को कम से कम 5 से 6 प्रतिशत करना चाहिए.  

मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को पूरे देश में सराहा जा रहा है. इसके अलावा मुख्यमंत्री निरोगी योजना भी हमने शुरू किया. इसमें हमने IPD और OPD को पूरी तरह से फ्री कर दिया. कोई भी व्यक्ति सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में जाकर इलाज करा सकता है. राजस्थान में 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख का दुर्घटना बीमा है. किसी भी पैमाने पर तुलना कर लें आज राजस्थान का स्वास्थ्य स्तर तमिलनाडु, केरल और गुजरात से काफी आगे निकल चुका है. सारी जांचे फ्री हैं. ऑर्गन ट्रांसप्लांट तक सरकारी अस्पतालाों में फ्री हैं. 

संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी सरकार की एक बड़ी उपलब्धिः डॉ शुभ्रा सिंह

राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ शुभ्रा सिंह ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है और हमारे लिए यह गर्व की बात है कि राजस्थान को आज हम बीमारू राज्य के रूप में नहीं बल्कि मॉडल राज्य के रूप में देख रहे हैं. राजस्थान सरकार की ओर से नई-नई योजनाएं लाई गईं. राजस्थान जैसे प्रदेश में संस्थागत प्रसव में सुधार एक बड़ी उपलब्धि है. जननी एक्सप्रेस भी काफी मददगार साबित हो रही है. 

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सुभ्रा सिंह ने आगे कहा कि बहुत पहले राजस्थान के बारे में कहा जा रहा था कि यहां तो बेतहाशा जनसंख्या बढ़ रही है. क्या होगा राजस्थान का? आज राजस्थान का कुल प्रजनन दर 2.0 है. जो कि राष्ट्रीय लक्ष्य 2.1 से भी कम है. यह बताता है कि हमारा बुनियादा ढाचां कितना बेहतर हुआ है. 

वहीं, राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि आज राजस्थान हेल्थ मॉडल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी वर्ल्ड क्लास हेल्थ मॉडल बन गया है. निरोगी राजस्थान का लक्ष्य ही यही है कि हम किसी भी तरह की बीमारी को रोक सकें. कोविड के दौरान 10 राज्यों के मरीजों ने अपनी इलाज कराने के लिए राजस्थान का रुख किया था. आज भी 8 राज्यों के मरीज राजस्थान अपनी इलाज कराने के लिए राजस्थान की ओर रुख करते हैं. यही राजस्थान की मेडिकल सिस्टम की स्ट्रेंथ है. 

 

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