दुनिया में इस वक्त अस्थिरता का माहौल है. कोविड के इस काल में भारत पड़ोसी देशों से भी परेशान है. इसमें पाकिस्तान और चीन दोनों ही शामिल है. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 (India Today Conclave 2021) में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने दोनों पर बात की. विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देशों संग भारत के रिश्ते कैसे सुधर सकते हैं या फिर पहले जैसी स्थिति कब मुमकिन है.
In a Volatile World: Rebalancing India’s foreign policy टॉपिक पर बात करते वक्त विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से पूछा गया कि पाकिस्तान से क्या उम्मीद करते हैं और रिश्तों में सुधार कैसे आ सकता है?
India Today Conclave 2021 में इसपर विदेश सचिव ने कहा कि हम (भारत) पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसियों से अच्छे संबंध चाहते हैं. लेकिन यह पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि बॉर्डर पार से आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगाए. सीजफायर उल्लंघन हो रहा है. घुसपैठ की घटनाएं हो रही हैं. जबतक पाकिस्तान से आतंकवाद का खात्मा नहीं होता उससे हमारे रिश्ते में सुधार नहीं आ सकता.
चीन ने समझौतों का उल्लंघन किया - हर्षवर्धन श्रृंगला
चीन के मसले पर बात करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि जिस वक्त हम (भारत) कोरोना की पहली लहर से लड़ने में व्यस्त थे तब पता चला कि चीन ने लद्दाख सीमा पर बिल्डअप किया है, घुसपैठ की कोशिश भी हुईं. यह उन समझौतों का उल्लंघन था जो कि भारत-चीन के बीच पहले हो चुके हैं. इसमें 1993 और 1996 में हुए समझौते शामिल हैं. जबतक ये सीमा विवाद सुलझ नहीं जाता, तबतक चीन संग रिश्ते सामान्य होना मुमकिन नहीं.
विदेश सचिव ने कहा कि चीन संग 13 राउंड की मिलिट्री मीटिंग हुई है. जबतक भारत पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होगा, तबतक LAC पर कोविड से पहले वाली सामान्य स्थिति नहीं लौटेगी.
हर्षवर्धन श्रृंगला से आगे क्वाड की अहमियत पर सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा कि क्वाड का एजेंडा काफी गंभीर है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति स्थापित करना इसका मुख्य काम है. इसके अलावा कोरोना वैक्सीन सभी कमजोर देशों तक पहुंचाना इसका लक्ष्य है. इसमें ग्रीन एनर्जी पर बात हो रही है.