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'अपने अल्पसंख्यकों की हालत देखो...', PAK ने की वक्फ कानून पर टिप्पणी तो भारत ने लगाई फटकार

भारत ने वक्फ कानून पर पाकिस्तान की आलोचना को कड़ी निंदा की और कहा कि इस्लामाबाद को दूसरों को उपदेश देने के बजाय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के अपने घटिया रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए. भारत ने पाक की टिप्पणी को आधारहीन बताया.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (फाइल फोटो)

भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान को फटकार लगाई है. पाकिस्तान की ओर से वक्फ कानून की निंदा की गई थी, जिसपर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए टिप्पणी पर तीखा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को नसीहत दी कि उसके पास भारत के आंतरिक मामलों पर किसी भी तरह का टिप्पणी का अधिकार नहीं है. पाक पहले अपने अल्पसंख्यकों की हालत देखे. 

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विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

वक्फ कानून पर पाकिस्तान की ओर से की गई टिप्पणी पर मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'पाक द्वारा की गई टिप्पणी प्रेरित और आधारहीन है. पाक का इस मामले पर टिप्पणी करने का कोई हक नहीं है. इस्लामाबाद को दूसरों को उपदेश देने के बजाय खुद के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है. पाक को अपने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने में खुद के घटिया रिकॉर्ड को देखना चाहिए'. 

पाकिस्तान का वक्फ कानून का विरोध

भारत की संसद से वक्फ संशोधन विधेयक पास होने के बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगलता था. पाक ने इस कानून को भेदभावपूर्ण बताया था. पाक ने इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया था.

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यह भी पढ़ें: SC में वक्फ कानून को चुनौती देने वाली 10 याचिकाओं पर कल होगी सुनवाई, 2 बजे बैठेगी बेंच

सुप्रीम कोर्ट में वक्फ कानून को चुनौतियां देने वाली याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई के लिए तीन जजों की विशेष पीठ नियुक्त की गई है. दस याचिकाओं की सुनवाई बुधवार को निर्धारित की गई है. एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, AAP नेता मनोज झा, TMC नेता महुआ मोइत्रा और AAP नेता अमानतुल्लाह खान समेत विपक्ष के कई नेताओं ने इस कानून का विरोध किया है.

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