केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित, सुगम और सुखद बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव व्यवस्था कर रही है कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. बता दें कि अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हो गई है. तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बालटाल और नुनवान में दो बेस कैंप से दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की यात्रा शुरू करने के लिए रवाना हुआ.
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि श्री अमरनाथ यात्रा भारतीय संस्कृति की परंपरावाद और निरंतरता का एक शाश्वत प्रतीक है. यह दिव्य यात्रा आज से शुरू हो रही है, मैं सभी श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए शुभकामनाएं देता हूं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षित, सुगम और सुखद यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव व्यवस्था की है कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. हर हर महादेव.
यात्रा सुबह-सुबह दो रास्तों से शुरू हुई. इसमें एक है अनंतनाग में 48 किलोमीटर का पारंपरिक नुनवान-पहलगाम रूट. जबकि दूसरा रूट है गंदरबल में 14 किलोमीटर का छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल रूट. अमरनाथ यात्रा 52 दिन तक चलेगी. यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी.
यात्रा के दौरान ध्यान रखें ये बात
- यात्रा से पहले जम्मू/कश्मीर डिवीजन से Radio Frequency Identification (RFID) कार्ड लेना अनिवार्य है. RFID कार्ड लेने जाने के लिए आपको अपना आधार कार्ड लेकर जाना होगा.
- सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान हर समय अपना आरएफआईडी टैग अपने गले में पहनें.
- यात्रा के दौरान पर्याप्त मात्रा में ऊनी कपड़े अपने साथ रखें क्योंकि कभी-कभी तापमान अचानक 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर सकता है.
- छाता, विंड चीटर, रेनकोट और वॉटरप्रूफ जूते अवश्य साथ रखें. अपने सामान को गीले होने से बचाने के लिए अपने कपड़े और खाने-पीने का सामान वाटरप्रूफ बैग में रखें.
- किसी भी इमरजेंसी के लिए अपनी जेब में आपके साथ यात्रा करने वाले किसी भी यात्री का नाम/पता, मोबाइल टेलीफोन नंबर रखें.
- ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें.
- शराब, कैफीनयुक्त पेय या धूम्रपान न करें.
- अगर किसी जगह पर चेतावनी या डेंजर लिखा है तो वहां न रुकें.
- पवित्र गुफा के दर्शन के दौरान चप्पलों का उपयोग न करें क्योंकि रास्ते पर काफी उतार-चढ़ाव है, केवल लेस वाले ट्रैकिंग जूते ही पहनें.
- मार्ग पर किसी भी शॉर्टकट का प्रयास न करें क्योंकि ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
- अपनी यात्रा के दौरान ऐसा कुछ भी न करें जिससे प्रदूषण हो या यात्रा क्षेत्र का पर्यावरण खराब हो.
राज्य में प्लास्टिक का उपयोग सख्ती से प्रतिबंधित है और कानून के तहत दंडनीय है.
- अपना सामान उठाने वाले कुलियों/घोड़ों/टट्टुओं के साथ समूह में यात्रा करें.
- यह सुनिश्चित करें कि समूह में शामिल सभी लोग आपकी नजर में रहें, ऐसा न हो कि आप अपने ग्रुप से अलग हो जाएं.
- यदि आपके ग्रुप का कोई सदस्य लापता है तो तुरंत पुलिस की सहायता लें.
- किसी भी दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति के मामले में, तुरंत निकटतम शिविर निदेशक/विभिन्न स्थानों पर तैनात माउंटेन रेस्क्यू टीमों (एमआरटी) से संपर्क करें.
- पूरे यात्रा क्षेत्र में लंगरों में निःशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध है.
- अन्य राज्यों के प्रीपेड सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर और यात्रा क्षेत्र में काम नहीं करेंगे.