डॉ अंबेडकर कोनसीमा जिले के ममिदिकुदुरु मंडल के पासरलापुडी गांव में बुधवार रात ONGC के कुआं नंबर 21 में फिर से ड्रिलिंग के दौरान अचानक गैस का रिसाव होने से हड़कंप मच गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करीब 20 मीटर ऊंची गैस की तेज धारा निकली जिससे आसपास के ग्रामीण और ONGC कर्मचारी डरकर भागने लगे.
यह घटना एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी लेकिन ONGC की आपातकालीन टीम ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया. पास में मौजूद दमकल गाड़ियों ने गैस रिसाव को बेअसर किया और आग लगने से रोक लिया. गांववासियों ने क्षेत्र में ONGC के कार्यों से बार-बार होने वाले खतरों पर चिंता जताई और प्रशासन से बेहतर सुरक्षा उपाय करने की मांग की. ONGC अधिकारियों ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और पूरी सुरक्षा जांच के बाद ही आगे की ड्रिलिंग शुरू की जाएगी.
कैसे बुझती है गैस लीक से लगी आग
दिल्ली के पूर्व फायर अफसर आरसी शर्मा के अनुसार जब तक गैस लीक होती रहेगी तब तक ये आग लगी रहेगी और बढ़ती रहेगी. ऐसी स्थिति में आग बुझाने के दो ही तरीके हैं. गैस को डायवर्ट कर दें.उन्होंने कहा कि आग को बुझाना ऐसी स्थिति में मुश्किल काम होता है. अगर आग बुझ गई और गैस लीक होती रही तो ऐसे में बड़ा हादसा हो सकता है. अगर साथ में और स्टोरेज हैं तो आग और गंभीर हो सकती है.