scorecardresearch
 

फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट बोले- फर्जी खबरों को रोकने के लिए रोज 10 लाख पोस्ट हटा रहे

अजीत मोहन ने कहा कि फेसबुक पर गलत सूचना को रोकने की हमारी रणनीति के तीन भाग हैं. अब हम हर रोज एक मिलियन से अधिक फर्जी अकाउंट निष्क्रिय करते हैं.

Advertisement
X
फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और एमडी अजीत मोहन
फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और एमडी अजीत मोहन
स्टोरी हाइलाइट्स
  • फेसबुक इंडिया के एमडी से खास बातचीत
  • फेसबुक पर लगे थे पक्षपात किए जाने के आरोप
  • हर दिन एक मिलियन फर्जी पोस्ट हटा रहा फेसबुक

फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक (एमडी) अजीत मोहन ने कहा कि फेसबुक फर्जी खबरों को रोकने के लिए हर दिन एक मिलियन (10 लाख) फर्जी पोस्ट हटा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी राजनेताओं और उनके कर्मचारियों को उनके अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण दे रही है.

इंडिया टुडे से खास बातचीत में अजीत मोहन ने भारत में निवेश के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत एकमात्र देश है, जहां उन्होंने डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अल्प संख्या में निवेश किया है. फेसबुक इंडिया हाल ही में विवादों में उलझा हुआ था, जहां पक्षपात किए जाने के आरोप लगाए गए थे.

इस मुद्दे पर अजीत मोहन ने कहा कि फेसबुक पर गलत सूचना को रोकने की हमारी रणनीति के तीन भाग हैं. पहला, अब हम हर रोज एक मिलियन से अधिक फर्जी अकाउंट निष्क्रिय करते हैं. दूसरा, हम अन्य स्पैम के वितरण को भी कम करते हैं. तीसरा, हम लोगों को उन्हें अधिक संदर्भ देकर सूचित करते हैं ताकि लोग खुद से यह तय कर सकें कि क्या पढ़ना है, किस पर भरोसा करना है और साझा करना है. वहीं जब किसी पोस्ट को फैक्ट-चेकर्स के जरिए गलत माना जाता है, तो हम फैक्ट-चेकर्स के शोध के साथ सामग्री के शीर्ष पर चेतावनी लेबल लागू करते हैं.

Advertisement

मतदाता दमन नीति

अजीत मोहन ने कहा कि नीति निर्धारकों, राजनेताओं और कर्मचारियों के लिए हमने उनके अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए उनकी साइबर सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने में मदद करने के लिए एक प्रशिक्षण प्रक्रिया बनाई है. वहीं कोरोना के बीच हमने मतदाता दमन नीति भी पेश की है, जो चुनाव-संबंधी और मतदाता धोखाधड़ी को रोकती है. 

देखें: आजतक LIVE TV

उन्होंने कहा कि भारत में अमेरिका के बाद दूसरे सबसे बड़ी संख्या में फैक्ट चेकर्स हैं. वर्तमान में हम इंडिया टुडे ग्रुप समेत आठ भागीदारों के साथ काम करते हैं. दरअसल, फेसबुक के फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम में झूठी खबरों का पता लगाने और उन्हें हटाने के लिए प्रौद्योगिकी और मानव समीक्षा के संयोजन का उपयोग किया जाता है.


 

Advertisement
Advertisement