आम आदमी पार्टी के तीन वारिष्ठ नेता, शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की गिरफ्त में हैं. आज ईडी ने समन किया था मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को. केजरीवाल को आज ईडी के सामने पेश होना था. लेकिन फिर खबर आई कि मुख्यमंत्री ने पेशी से इंकार कर दिया है. इसके बदले केजरीवाल ने ईडी को एक लेटर भेजा. लेटर में उन्होंने ईडी से समन वापस लेने को कहा और जांच एजेंसी से सवाल किया कि उन्हें किस हैसियत में बुलाया जा रहा, वे संदिग्ध हैं या गवाह हैं. इसके बाद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मध्यप्रदेश के सिंगरौली पहुंचे और यहां उन्होंने रोड शो और रैली में हिस्सा लिया जहां अपने जेल जाने की आशंका जाहिर की. इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जांच में मिल-जुलकर पूरा सहयोग किया, लेकिन अब जब बात सीएम पर आ गई है तो क्या पार्टी आर-पार के मूड में है, सुनिए 'दिन भर' में.
पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में उलझी टीमसी सांसद महुआ मोइत्रा आज लोकसभा एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुई. सुबह करीब 10 बजकर 50 मिनट पर महुआ संसद पहुंची. कमेटी के सामने करीब डेढ़ घंटे तक महुआ ने अपना पक्ष रखा. लेकिन इससे पहले की ये बैठक खत्म हो पाती महुआ, ने मीटिंग से वॉकआउट कर दिया. उनके साथ मीटिंग में शामिल जेडीयू एमपी गिरिधारी सिंह ने कहा कि महुआ से निजी सवाल पूछे जा रहे थे.बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि आज जो हुआ, वह संसदीय इतिहास का सबसे काला दिन है. इस मामले पर 26 अक्टूबर को हुई बैठक के बाद एथिक्स कमेटी ने तीन मंत्रालयों - गृह, आईटी और विदेश, से उनकी रिपोर्ट्स मांगी थी. कल गृह मंत्रालय समेत आईटी और विदेश मंत्रालय ने अपनी यह रिपोर्ट एथिक्स कमेटी को सौंप दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IT मिनिस्ट्री ने कमेटी को बताया है कि महुआ मोइत्रा की ID से दुबई में कम से कम 47 बार लॉगिन किया गया था.आज जो घटनाक्रम एथिक्स कमेटी के आसपास घटा, कहां तो उम्मीद थी कि ये मीटिंग शांति से निपट जाएगी लेकिन ये जो बिल्कुल ही दूसरे डायरेक्शन में मुड़ गई, उसकी क्या वजहें रहीं, सुनिए 'दिन भर' में.
इंडिया गठबंधन गाजे-बाजे के साथ एक साथ तो आ गई लेकिन सिर्फ़ साथ आना काफ़ी नही होता. साथ चलना भी होता है. मुम्बई, पटना और बैंगलोर में बैठक कर मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का ऐलान तो हो गया लेकिन पिछले कुछ दिनों गठबंधन की गांठ दरकती हुई सी नज़र आ रही है. मध्यप्रदेश में सीट बंटावरे पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में कहासुनी के अभी कुछ ही दिन बीते हैं. कोशिश तो होनी थी खाई पाटने की लेकिन अब अखिलेश यादव ने अलग ही लाइन ले ली है. उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव पर टिप्पणी की है. अखिलेश ने कहा कि अगर 'इंडिया' गठबंधन के तले बात आगे बढ़ती है तो सपा यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 65 पर चुनाव लड़ेगी और 15 सीटों को गठबंधन के सहयोगियों के लिए छोड़ दिया जाएगा. सवाल है कि अखिलेश यादव ने 65 सीटों की जो एक लकीर खींच दी है, कांग्रेस को क्या ये रास आएगी, सुनिए 'दिन भर' में.
नवंबर का महीना पाकिस्तान के उन अफगानियों के लिए आफत लेकर आया है जिनको पाकिस्तानी हुकूमत ये कह चुकी है कि अब आप हमारे लिए बोझ हैं. 31 अक्टूबर की मियाद पूरी हो जाने के बाद अब तकरीबन 17 लाख अफगानी अवैध कह दिए गए हैं जो बिना किसी वैध दस्तावेज के पाकिस्तान में अब तक शरण लिए हुए थे. लाखों प्रवासी जिन्होंने बड़ी मशक्कत से पाकिस्तान में अपनी जिंदगी खड़ी की, उन्हें अब जबरन बॉर्डर के उस पार भेजा जा रहा है. कहा गया है कि महज 50,000 रुपये पर फैमिली ही वे अपने साथ ले जा सकते हैं. अब तक 63 हजार से अधिक अफगानी नागरिक अपने देश वापस जा चुके हैं. बहुतों का कहना है कि उनका भविष्य बेहद अंघकारमय नजर आ रहा है क्योंकि इस्लामाबाद को उनसे कोई लगाव नहीं रहा और काबुल का तालिबानी शासन उन्हें रास नहीं आ रहा. ऐसे में जो हर मुमकिन कोशिश कर पाकिस्तान नहीं छोड़ना चाहते, उन्हें पाकिस्तान पुलिस हिरासत में ले रही है. इस पर तालिबान के विदेश मामलों के डिप्टी मिनिस्टर मोहम्मद अब्बास ने कहा है कि पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ हम एक्शन लेंगे.पाक सरकार का यह फैसला गलत और अमानवीय है और उन्हें अपने फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए. पाकिस्तान सरकार रिव्यू के मूड में थोड़ी भी है क्या और जो अब तक अपने वतन नहीं लौटे, उन अफगानियों का क्या होगा, सुनिए 'दिन भर' में.