भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लाओस के वियनतियाने में अपने चीनी समकक्ष डोंग जून से द्विपक्षीय वार्ता की. इस मुलाकात के बारे में रक्षा मंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी है. इस बार एडीएमएम-प्लस के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में लाओस इस बैठक की मेजबानी कर रहा है. जहां यह बैठक लाओस की राजधानी में 10 देशों के आसियान समूह और उसके कुछ वार्ता साझेदारों के सम्मेलन से हुई.
चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून ने लाओस में 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (एडीएमएम प्लस) के दौरान द्विपक्षीय बैठक के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत और चीन ने हाल ही में पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चल रहे तनाव को कम करते हुए डेमचोक और देपसांग के टकराव बिंदुओं से सैनिकों को पीछे हटाने का समझौता किया है. दोनों देशों ने इन विवादित क्षेत्रों में लगभग साढ़े चार साल बाद फिर से गश्ती शुरू कर दी है. यह बातचीत ऐसे समय पर हो रही है, जब दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीदें जग रही हैं.
राजनाथ सिंह की यह यात्रा तीन दिनों की है, जिसका मुख्य उद्देश्य ASEAN रक्षा मंत्रियों की बैठक (ADMM-Plus) में शामिल होना है. इस बैठक में 10 देशों का ASEAN समूह और उसके आठ बड़े साझेदार, जैसे भारत, चीन, अमेरिका, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया, शामिल होते हैं. लाओस इस बार ADMM-Plus की मेज़बानी कर रहा है और इस मंच पर सदस्य देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है.
राजनाथ सिंह के कार्यालय ने 'X' प्लेटफॉर्म पर बताया, "रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh ने वियनतियाने में चीनी रक्षा मंत्री डोंग जून के साथ द्विपक्षीय बातचीत की." गौरतलब है कि पिछले महीने, भारत और चीन ने लंबी बातचीत के बाद पूर्वी लद्दाख में विवादित क्षेत्रों से सेना हटाने और शांति बहाल करने पर सहमति बनाई थी. इसके बाद सीमा पर गश्ती गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं. यह बैठक दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. उम्मीद की जा रही है कि इस बातचीत से भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में और प्रगति होगी.