बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, इसके प्रभाव से आज (सोमवार), 8 मई को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. मौसम विभाग चक्रवात की दिशा और इसके लैंडफॉल पर नजर बनाए हुए है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मोका चक्रवात कहां टकराएगा? चक्रवाती तूफान मोका को लेकर बंगाल में अलर्ट है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही इसके मार्ग और तीव्रता की जानकारी मिलेगी. एक तरफ दक्षिण भारत में जहां चक्रवाती तूफान मोचा का खतरा बढ़ रहा है वहीं, उत्तर भारत में ठंडी हवाएं चल रही हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां भी देखने को मिल रही हैं.
तूफान के मजबूत होने की दिशा में कई राज्यों में आज, 8 मई को तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला बढ़ेगा. मौसम विभाग के पूर्वावुमान के मुताबिक, बंगाल में चक्रवाती तूफान के असर से 10 मई को कुछ जगहों पर 70-80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. चक्रवाती तूफान का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक पड़ सकता है. ओडिशा राज्य सरकार ने 18 तटीय और आस-पास के जिलों को सतर्क कर दिया है.
Heavy to very heavy rainfall and Squally winds over Andaman & Nicobar Islands during 08th to 12th May pic.twitter.com/Adnqc8nU1w
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 7, 2023
मौसम विभाग ने तूफान से प्रभावित इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है. हवा की गति धीरे-धीरे बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच जाएगी. IMD के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के आस-पास के इलाकों में 8 मई से 12 मई के दौरान अधिकांश स्थानों पर मध्यम वर्षा देखने को मिलेगी. वहीं, तटीय और सीमावर्ती इलाकों में 8 से 11 मई के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
मछुआरों, छोटे जहाजों, नाविकों को दक्षिण-पूर्व और बंगाल की मध्य खाड़ी से सटे इलाकों में ना जाने की सलाह दी गई है. जो लोग दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए कहा गया है. पर्यटकों और मछुआरों को 10 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीपों से सटे इलाकों में जाने पर रोक लगाई गई है.