पश्चिम बंगाल विधानसभा ने बुधवार को विधायकों और मंत्रियों का वेतन 40,000 रुपये प्रति माह बढ़ाने का विधेयक पारित कर दिया. सदस्य पारिश्रमिक (संशोधन) विधेयक 2023 को मंजूरी दिए जाने के समय विपक्षी भाजपा के सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे.
विधानसभा में मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मैंने सही तरीके से वेतन बढ़ाया है और अगर मुझे मौका मिला तो मैं इसे फिर से बढ़ाऊंगी."
दरअसल, पहले विधायकों को 10,000, राज्य मंत्रियों को 10,900 रुपये और प्रभारी मंत्रियों को 11,000 रुपये मिलते थे. उन्होंने कहा कि अब उन्हें 50,000 रुपये, 50,900 रुपये और 51,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे.
बीजेपी ने विधायकों की सैलरी बढ़ाने के फैसले की आलोचना की थी. इस पर ममता बनर्जी ने कहा, "जिनके पास बहुत पैसा है वे चिल्ला रहे हैं, हंगामा कर रहे हैं. ऐसे कई विधायक हैं जिनके पास कई करोड़ की संपत्ति है और उन्हें इससे अधिक की जरूरत नहीं है. लेकिन ऐसे अन्य लोग भी हैं जो जीविकोपार्जन करते हैं. हमारे पास पंचायत सदस्य हैं जो 100 दिनों की योजना के लिए काम करते हैं. वे कोई समस्या पैदा नहीं कर रहे हैं. क्या तुम्हारा (बीजेपी) दिल उनके लिये नहीं पसीजता?”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भगवा पहनने से कोई संत नहीं हो जाता.