अस्त्र मिसाइल प्रणाली का परीक्षण टाल दिया गया है. पहले आज मंगलवार को DRDO इसका परीक्षण करने वाला था, लेकिन ऐन वक्त पर इसे रोक दिया गया. 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक इस मिसाइल के जरिए वार किया जा सकता है. Su-30MKI फाइटर जेट से दागी गई इस मिसाइल से कोई भी टारगेट आसानी से ध्वस्त हो जाएगा.
Su-30MKI के अलावा LCA तेजस Mark1A में भी अस्त्र मिसाइल प्रणाली लगाने की तैयारी है. इस मिसाइल की रेंज 110 किलोमीटर बताई जा रही है और 20 किलोमीटर की ऊंचाई पर ये भी किसी टारगेट को ध्वस्त कर सकती है. इस मिसाइल की खास बात ये है कि ये एडवांस गाइडेंस सिस्टम का भी इस्तेमाल करती है. इसके अलावा मिसाइल ऑन-बोर्ड रेडियो प्रॉक्सिमिटी से भी लैस है, इसी वजह से ये अपने टारगेट को और घातक तरीके से ध्वस्त करती है.
जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले साल 2003 में इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था, इसके बाद 2019 में इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. ये स्वदेशी प्रणाली है, ऐसे में इसकी अहमियत और ज्यादा बढ़ जाती है.