असम के कोकराझार में सुरक्षा एजेंसियों ने एक संदिग्ध माओवादी को पकड़ने के लिए सलाकाटी और नादांगुरी इलाके में अभियान चलाया. इस दौरान मुठभेड़ हो गई. दोनों पक्षों में गोलीबारी होने लगी. स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध माओवादी मृत हालत में मिला. पोस्टमॉर्टम में उसके शरीर पर 6 गोलियों के निशान पाए गए.
इस पूरे ऑपरेशन को लेकर पुलिस अफसरों का कहना है कि मृतक 21 अक्टूबर को कोकराझार और सलाकाटी स्टेशनों के बीच रेल पटरी पर हुए IED ब्लास्ट का संदिग्ध था. उस विस्फोट में रेलवे ट्रैक का लगभग 2 से 3 फीट हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. हालांकि उस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और ट्रैक पर कोई दुर्घटना नहीं हुई. ब्लास्ट के बाद पटरी की मरम्मत की गई थी.
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सुरक्षा एजेंसियां लगातार संदिग्धों और माओवादियों पर निगरानी रख रही थीं. IED ब्लास्ट के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और आसपास के रेलवे मार्गों पर सतर्कता रखी गई थी. मुठभेड़ में मारे गए संदिग्ध की क्रिमिनल एक्टिविटीज और माओवादी नेटवर्क की जांच की जा रही थी.
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल कोकराझार के सलाकाटी नादंगुरी में सर्चिंग कर रहे थे, इसी दौरान मुठभेड़ हो गई. पुलिस और आईईडी ब्लास्ट के संदिग्ध के बीच गोलीबारी हुई. इस दौरान उसे गोली लगी. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत अवस्था में शव मिलने की बात कही. शरीर में 6 गोलियों के निशान पाए गए. राज्य में माओवादी और अन्य नक्सली गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा रही है. अभियान चलाए जा रहे हैं.
एसपी पुष्पराज सिंह ने कहा कि हमने एक आपरेशन planned किया था. पुलिस टीम वहां गई, जंगल में सर्च के दौरान सुबह 6 बजे के करीब उन पर फायरिंग हुई. जवाबी करवाई में पुलिस टीम ने फायरिंग की. बाद में सर्च के दौरान घायल आदमी मिला, जिसको तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे मृत बताया गया. वहीं सर्च के दौरान एक पिस्टल, ग्रेनेड और दो आईकार्ड मिले. वोटर कार्ड में पिपिल नुरमु और एटीएम कार्ड में रोहित मुर्मू लिखा है. SP ने कहा कि जिस तरीके से 2024 में झारखंड रेल ब्लास्ट में तकनीक इस्तेमाल की गई थी, उसी तरह का इस्तेमाल इस कोकराझार ब्लास्ट में भी किया गया.