जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने की आज पांचवी बरसी है. इस दौरान एहतियात बरतते हुए एक दिन के लिए अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के किसी नए जत्थे को यहां भगवती नगर आधार शिविर से कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई.
बता दें कि अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई है और 19 अगस्त को समाप्त होगी. इस साल अब तक 4.90 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं. अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि एहतियात के तौर पर आज यात्रा रोक दी गई. जम्मू से कश्मीर जाने वाले किसी भी नए जत्थे को आज अनुमति नहीं दी गई. प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने की पांचवीं वर्षगांठ के मद्देनजर यह कदम उठाया है. शहर में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
दो केंद्र शासित प्रदेशों में बंटा J-K
दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था. इस अनुच्छेद के चलते तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा मिलता था. आर्टिकल 370 रद्द करने के बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था.
महबूबा का दावा- पार्टी दफ्तर किया बंद
आर्टिकल 370 की पांचवी बरसी पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने दावा किया है कि उन्हें इस दौरान नजरबंद कर दिया गया है. उनका यह भी दावा है कि कड़ी सुरक्षा के बीच उनके पार्टी कार्यालय को भी बंद कर दिया गया है.
अल्ताफ बुखारी ने भी बंद किया ऑफिस
महबूबा मुफ्ती ने एजेंसी से कहा,'मुझे नजरबंद कर दिया गया है जबकि PDP कार्यालय को बंद कर दिया गया है.' सूत्रों के मुताबिक अल्ताफ बुखारी की पार्टी अपनी पार्टी के कार्यालय को भी एहतियात के तौर पर दिन भर के लिए बंद कर दिया गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने भी दावा किया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है.