कोरोना का असर ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर पर भी पड़ा है. यही वजह है कि देश में वित्त वर्ष 2020-21 में सिर्फ 22 नए चैनल शुरू हुए हैं. यह 2019 की तुलना में खुले चैनलों की संख्या से आधे हैं. यह जानकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी डेटा में सामने आई.
एक प्रश्न के लिखित जवाब में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में बताया कि 2020-21 में 22 नए चैनल खोले गए. जबकि 2019-20 में यह संख्या 50 थी. उन्होंने बताया कि 2018-19 में 56 चैनल खुले थे. जबकि 2016-17 में नए चैनलों की संख्या 60 थी.
5 साल में 204 चैनल हुए बंद
अनुराग ठाकुर ने बताया कि पिछले 5 साल में 204 चैनल बंद हुए हैं. उन्होंने कहा, आज की तारीख तक देश में सरकार द्वारा 916 प्राइवेट सैटेलाइट चैनलों को अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग गाइडलाइन 2011 के तहत अनुमति दी गई है.
वहीं, एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 2017-18 से अब तक रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स को 12000 आवेदन मिले हैं. प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक्स एक्ट 1867 के तहत रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स को अखबारों के रजिस्ट्रेशन के लिए समय समय पर आवेदन मिलते रहते हैं. 2017-18 से अभी तक आएनआई पर 12805 आवेदन आए हैं.
सरकारी विज्ञापनों के भुगतान को लेकर भी पूछा गया सवाल
मंत्रालय से यह भी पूछा गया कि क्या सरकारी विज्ञापनों के लिए समाचार ऑर्गेनाइजेशन के भुगतान सरकार के पास लंबित हैं? इस पर अनुराग ठाकुर ने कहा, विज्ञापन के लिए बीओसी द्वारा भुगतान एक सतत प्रक्रिया है. भुगतान मंत्रालयों और विभागों पर मौजूद बजट के मुताबिक किया जाता है. ऑर्गेनाइजेशन के भुगतान को लेकर लगातार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय नजर रखता है.