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ठाणे में कट्टरपंथ फैलाने और 'जिहाद' पर चर्चा करने वाले व्हाट्सएप ग्रुप के 2 सदस्य गिरफ्तार

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर इलाके से दो युवकों को आतंकवाद-निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से लोगों को कट्टरपंथ की ओर ले जाने और 'जिहाद' जैसे शब्दों का प्रचार-प्रसार करने का आरोप है.

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'जिहाद' जैसे शब्दों का खुलकर प्रयोग किया जा रहा था- (Photo: Representational)
'जिहाद' जैसे शब्दों का खुलकर प्रयोग किया जा रहा था- (Photo: Representational)

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर इलाके से दो युवकों को आतंकवाद-निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से लोगों को कट्टरपंथ की ओर ले जाने और 'जिहाद' जैसे शब्दों का प्रचार-प्रसार करने का आरोप है. यह कार्रवाई महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश एटीएस की संयुक्त ऑपरेशन के तहत की गई.

'जिहाद' जैसे शब्दों का खुलकर प्रयोग किया जा रहा था
पुलिस के मुताबिक, एटीएस को एक विशेष सूचना मिली थी कि वॉट्सऐप पर एक ग्रुप बनाया गया है, जिसमें लोगों को एक आतंकी संगठन के लिए कट्टरपंथी बनाया जा रहा है. इस ग्रुप में 'जिहाद' जैसे शब्दों का खुलकर प्रयोग किया जा रहा था और ग्रुप से जुड़े कुछ सदस्य पाकिस्तान में बैठे लोगों से भी संपर्क में थे.

इस मामले में सबसे पहले यूपी एटीएस ने जांच शुरू की और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. उसकी पूछताछ के दौरान दो और नाम सामने आए, जिनकी लोकेशन मुंबई के पास बदलापुर में मिली. इसके बाद यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र एटीएस को सूचना दी और दोनों एजेंसियों ने मिलकर बदलापुर स्थित एक घर पर छापेमारी की.

कहां के हैं पकड़े गए आरोपी? 
छापेमारी के दौरान दो आरोपियों को पकड़ा गया, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, जबकि दूसरा बदलापुर का निवासी है. दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें शुरुआती जांच में यह सामने आया कि वे वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए कट्टरपंथ फैलाने में शामिल थे.

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गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को यूपी एटीएस को सौंप दिया गया है, जो इस मामले की आगे की जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि ग्रुप से जुड़े अन्य लोगों और उनके संभावित आतंकी कनेक्शन की भी गहराई से जांच की जा रही है.

पुलिस का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है, और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को बरगलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अफसरों ने लोगों से भी अपील की है कि यदि उन्हें इस तरह की किसी गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करें.

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