महाराष्ट्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर और हिंदू देवी-देवताओं का 'अपमान' करने का मुद्दा बनाकर विपक्ष ने सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शनिवार को महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शामिल पार्टियां मुंबई में विरोध-प्रदर्शन करेंगी और मार्च निकालेंगी और माफी मांगने की मांग करेंगी. इसे लेकर पुलिस से लेकर प्रशासन तक अलर्ट हो गया है.
महा विकास अघाड़ी की रैली से पहले सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है. इस लॉन्च मार्च में किसी भी तरह के लॉ एंड ऑर्डर की समस्या ना हो, इसके किए पुलिस का बड़ा बंदोबस्त लगाया गया है. रैली पर नजर रखने के लिए 2 हजार से ज्यादा पुलिसबल तैनात किया जाएगा. जिसमें 2 एडिशनल कमिश्नर और 4-5 DCP पूरी पुलिस टीम को लीड करेंगे. इस रैली के दौरान सीआरपीएफ की टुकड़ी को भी किया जाएगा.
मुंबई पुलिस के मुताबिक अगर भीड़ ज्यादा बढ़ती है तो मुंबई पुलिस ड्रोन कैमरे से निगरानी करेगी. इसके लिए समय-समय पर ड्रोन का इस्तेमाल भी करेगी. पुलिस का कहना है कि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे. शांतिपूर्वक ही रैली निकालने दी जाएगी.
बीजेपी का आरोप- बेवजह तूल दिया जा रहा है
बता दें कि एमवीए में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वे शनिवार को शहर में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ एक मार्च (विरोध मार्च) निकालेंगे. हालांकि, बीजेपी ने इसे बेवजह तूल देने का आरोप लगाया है. मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने अंबेडकर की जन्मभूमि पर विवाद पैदा करने की कोशिश की है. एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने भगवान राम, भगवान कृष्ण, संत ज्ञानेश्वर और संत एकनाथ के साथ-साथ वारकरी समुदाय का 'अपमान' किया गया है. उन्होंने पूछा- 'क्या ये महाराष्ट्र विरोधी नहीं है?'
'ठाकरे ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाया'
शेलार ने सवाल किया, 'विरोध मार्च का स्वांग क्यों किया जा रहा है?' उन्होंने आरोप लगाया कि राउत ने झूठा बयान दिया कि अंबेडकर का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था जो उनके जन्मस्थान पर विवाद पैदा करने का एक प्रयास था. कांग्रेस ने बीते दिनों अंबेडकर को चुनावों में हराया और उद्धव ठाकरे ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाया. इसलिए मुंबई में सभी छह लोकसभा क्षेत्रों में माफी मांगो मार्च का आयोजन किया गया है.
भाजपा के आरोपों पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी एमवीए के विरोध मार्च से डर गई है, क्योंकि यह लोगों के बीच अशांति को सामने लाएगा. बीजेपी का विरोध मार्च हास्यास्पद है. वहीं, संजय राउत ने कहा कि एमवीए का विरोध मार्च महाराष्ट्र के साथ हुए 'अन्याय', शिवाजी महाराज और महात्मा फुले जैसे राज्य के दिग्गजों के 'अपमान' और कर्नाटक के सीमावर्ती इलाकों में मराठी भाषियों के खिलाफ 'अत्याचार' के खिलाफ है.