प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया. यह ग्रीनफील्ड परियोजना लगभग ₹19,650 करोड़ की लागत से बनाई गई है.
नए हवाई अड्डे का क्षेत्रफल 1,160 हेक्टेयर में फैला है और यह भारत की एविएशन क्षमता को काफी बढ़ाने के साथ ही मुंबई के मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यातायात के भारी दबाव को कम करेगा. उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने नए निर्माणाधीन सुविधाओं का वॉकथ्रू किया.
जल्द शुरू होंगी उड़ानें
नए हवाई अड्डे से घरेलू उड़ान संचालन जल्द शुरू होने की उम्मीद है, जबकि अंतरराष्ट्रीय यात्राएं दिसंबर 2025 तक चालू होने का अनुमान है. इस हवाई अड्डे में चार टर्मिनल और दो समानांतर रनवे शामिल हैं. इसके अलावा, एक VVIP टर्मिनल का निर्माण 2026 में शुरू होगा और 2030 तक पूरा होने की योजना है.
कमल के फूल जैसी है टर्मिनल की डिजाइन
लंदन स्थित Zaha Hadid Architects द्वारा डिजाइन किए गए टर्मिनल की संरचना कमल के फूल से प्रेरित है और इसमें महाराष्ट्र के इतिहास और संस्कृति को दर्शाने वाला कला प्रदर्शन भी शामिल होगा.
विशेषताएं और आधुनिक सुविधाएं
ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM): चारों टर्मिनलों को जोड़ने वाली रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम.
सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) स्टोरेज की सुविधा.
लगभग 47 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन और हवाई अड्डे पर इलेक्ट्रिक बस सेवा द्वारा ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा.
यह हवाई अड्डा जल टैक्सी सेवा से जुड़ा भारत का पहला हवाई अड्डा बनेगा.
IndiGo, Air India और Akasa Air ने पहले ही NMIA से उड़ानें शुरू करने की योजना की पुष्टि कर दी है. हवाई अड्डा देश का पहला पूरी तरह डिजिटल एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जिसमें पेपरलेस बोर्डिंग, ई-गेट्स और रियल-टाइम अपडेट देने वाला मोबाइल ऐप शामिल होगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नए हवाई अड्डे के उद्घाटन को महाराष्ट्र और मुंबई की प्रगति के लिए एक महान क्षण बताया. उन्होंने घोषणा की कि हवाई अड्डा दीनकर बालू पाटिल के नाम पर रखा जाएगा, जिन्होंने नवी मुंबई के विकास के समय परियोजना प्रभावित लोगों के लिए उचित मुआवजे की मांग को बढ़ावा दिया था.