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एक दिन का किराया 7 हजार, वो छह महीने से रह रही थी... कौन है फाइव स्टार होटल से पकड़ी गई कल्पना भागवत?

महाराष्ट्र के संभाजी नगर में कल्पना त्रिंबकराव भागवत नाम की महिला फर्जी दस्तावेजों के सहारे छह महीने से फाइव स्टार होटल में रुकी थी. जांच में पता चला कि अफगानिस्तान में रहने वाले उसके प्रेमी व पाकिस्तान में उसके भाई के खातों से पैसे भेजे गए थे. महिला जिस होटल में रुकी थी, वहां का एक दिन का किराया सात हजार रुपये था.

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पुलिस ने महिला को होटल से किया अरेस्ट. (Photo: Screengrab)
पुलिस ने महिला को होटल से किया अरेस्ट. (Photo: Screengrab)

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार महिला कल्पना त्रिंबकराव भागवत छह महीने से वहां रह रही थी. झूठे दस्तावेजों के सहारे शहर के पांच सितारा होटल में जहां वो रुकी थी, वहां रोजाना का किराया लगभग 7,000 रुपये था. पुलिस को शक होने पर जब उसके कमरे की जांच की गई, तो पूरी कहानी सामने आ गई.

संभाजीनगर की जालना रोड स्थित पांच सितारा होटल में पिछले छह महीने से 45 वर्षीय कल्पना भागवत अपनी मां के साथ रह रही थी. जांच में पता चला कि फर्जी दस्तावेज और आधार कार्ड का सहारा लेकर वो रुकी थी. जब पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली, तो उसे 2017 की यूपीएससी चयन सूची की फेक कॉपी मिली, जिसमें उसका नाम 333 नंबर पर दर्ज था.

पुलिस के अनुसार, कल्पना पिछले कुछ समय से एक अफगान युवक के साथ लिव-इन में थी, जो उससे लगभग दस साल छोटा है. पुलिस उस युवक के परिवार के पाकिस्तान में रहने की जानकारी की भी छानबीन कर रही है.

इसके अलावा, महिला कई बड़े नेताओं से संबंध होने का दावा करती थी. पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि मामला सिर्फ ठगी का है या इसके पीछे कोई और गंभीर उद्देश्य भी छिपा है.

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जांच में पता चला कि महिला के बैंक खाते में बड़ी रकम भेजी जा रही थी. ये पैसे उसके अफगानिस्तान के बॉयफ्रेंड अशरफ खलील और पाकिस्तान में रह रहे भाई आवेद के खातों से आ रहे थे. महिला के फोन में दोनों के पासपोर्ट, वीजा और भारत आने के आवेदन की तस्वीरें भी मिलीं. अब एटीएस और आईबी पूछताछ कर रही हैं.

कल्पना भागवत अक्सर जयपुर और दिल्ली जाती थी और दावा करती थी कि उसकी मुलाकातें ऊर्जा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के कई अधिकारियों से होती हैं. वह लोगों को बिना वीजा व बड़े तबादले करवाने का भरोसा देती थी. उसके पास पुणे के एक पूर्व कुलपति का कथित प्रमाणपत्र भी मिला, जिसमें उसे सर्वश्रेष्ठ IAS अधिकारी बताया गया है. इस प्रमाणपत्र की जांच चल रही है.

डीसीपी संभाजीनगर प्रशांत स्वामी का कहना है कि जांच जारी है और महिला के संपर्कों, लेन-देन और फर्जी दस्तावेजों की पुष्टि की जा रही है. पुलिस की नजर अब यह पता लगाने पर है कि कल्पना का मकसद केवल आर्थिक लाभ था या इसके पीछे कोई बड़े पैमाने पर साजिश भी शामिल थी. पुलिस अब पूरे मामले को गंभीरता से देख रही है और महिला के सभी संबंधों की पड़ताल कर रही है.

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रिपोर्ट: इसरारुद्दीन चिश्ती
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