केंद्रीय मंत्रिमंडल की अपॉइंटमेंट कमेटी (ACC) ने सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के प्रमुख और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सदानंद वसंत दाते को तत्काल प्रभाव से उनके मूल कैडर महाराष्ट्र भेजने को मंजूरी दे दी है. माना जा रहा है कि वह महाराष्ट्र के मौजूदा पुलिस महानिदेशक (DGP) रश्मि शुक्ला की जगह ले सकते हैं, जिनका कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है.
केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सदानंद दाते की समयपूर्व प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उन्हें उनके मूल कैडर में वापस भेजा जा रहा है. गृह मंत्रालय को महाराष्ट्र सरकार की ओर से दाते को राज्य में वापस भेजने का अनुरोध मिला था. सूत्रों के अनुसार, दाते को राज्य के पुलिस प्रमुख के रूप में दो साल का कार्यकाल दिया जा सकता है, जो दिसंबर 2027 तक होगा.
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सदानंद दाते 26/11 मुंबई आतंकी हमले के दौरान आतंकियों से मुकाबला करने वाले मुंबई पुलिस के बहादुर अधिकारियों में शामिल रहे हैं. उनकी सूझबूझ और साहस के चलते कामा एंड अल्ब्लेस अस्पताल में बंधक बने महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका था. इस अद्वितीय वीरता के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक (गैलेंट्री) से सम्मानित किया गया था.
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के रूप में अपने लंबे करियर के दौरान सदानंद वसंत दाते ने कई अहम पदों पर सेवाएं दी हैं. वह महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) के प्रमुख रह चुके हैं. इसके अलावा 2020 में गठित मीरा-भायंदर-वसई-विरार (MBVV) पुलिस कमिश्नरेट के पहले कमिश्नर के रूप में उन्होंने जिम्मेदारी संभाली. मुंबई पुलिस में वह जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) और बाद में क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर पद पर भी कार्यरत रहे.