महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) यूबीटी के सांसद रवींद्र वायकर के पाला बदलकर शिवसेवा शिंदे गुट में आने के बाद उन्हें बड़ी राहत मिली है. EOW ने उनके खिलाफ चल रहे एक मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिर कर दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जोगेश्वरी जमीन मामले में क्लोजर रिपोर्ट दायर किया है जिससे शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रवींद्र वायकर को बड़ी राहत मिल गई है.
सांसद रविंद्र वायकर,उनकी पत्नी और चार करीबी सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल किया है. इस मामले को बंद करने का कारण बताते हुए ईओडब्ल्यू ने कहा कि बीएमसी की ओर से दायर शिकायत 'अधूरी जानकारी और गलतफहमी' पर आधारित थी.
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत पर रविन्द्र वायकर और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया था कि रवीन्द्र वायकर 500 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल थे.
ऊन्होंने दावा किया था कि वायकर ने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके बगीचे के लिए आरक्षित जमीन पर धोखाधड़ी से पांच सितारा होटल बनाने की मंजूरी हासिल की थी जिससे बीएमसी को बड़ा नुकसान हुआ.