महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे बहुत हद तक संभावित, लेकिन थोड़े चौंकाने वाले भी रहे. हिंदुत्व की बुनियाद पर खड़ी शिवसेना के टिकट पर पहली बार कोई मुस्लिम चेहरा चुनाव जीत विधानसभा पहुंचा. शिवसेना को पहली बार मुस्लिम विधायक मिला, तो वहीं पार्टी अध्यक्ष का मकान मातोश्री जिस इलाके में है, पार्टी ने अपना मजबूत गढ़ मानी जाने वाली वही सीट गंवा दिया.
चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सरकार में पशुपालन मंत्री रहे अब्दुल सत्तार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर शिवसेना का दामन थामा था. शिवसेना ने सत्तार को औरंगाबाद जिले की सिल्लोड विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था. दूसरी तरफ प्रदेश के उत्साहित करने वाले चुनाव नतीजों के बीच शिवसेना को उस बांद्रा सीट पर मात मिली, जहां शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और उनका परिवार वोट करता है.
मुंबई के महापौर नहीं बचा पाए शिवसेना का किला
शिवसेना ने इस बार बांद्रा पूर्व सीट से पूर्व विधायक वसंत सावंत उर्फ बाला की पत्नी और 2015 के उपचुनाव में कांग्रेसी दिग्गज नारायण राणे को 19 हजार से अधिक वोट से करारी शिकस्त देने वाली तृप्ती प्रकाश बाला का टिकट काटकर मुंबई के महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर को उतारा. मुंबर्ई के महापौर शिवसेना का किला नहीं बचा पाए और उन्हें कांग्रेस के जीशान सिद्दीकी उर्फ बाबा से लगभग छह हजार वोटों से मात खानी पड़ी.
यह मुस्लिम भी बने माननीय
कांग्रेस से तीन, एनसीपी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी से दो-दो मुस्लिम चुनाव जीते हैं. कांग्रेस के टिकट पर जीशान सिद्दीकी के अलावा मलाड पश्चिम से असलम रमजान अली शेख, मुंबादेवी से अमीन पटेल, एनसीपी के टिकट पर अणुशक्तिनगर से नवाब मलिक और कागल से मुश्रीफ हसन, एआईएमआईएम से धुलिया से फारूक शाह अनवर और मालेगांव सेंट्रल से मोहम्मद इस्माइल खालिक, सपा के टिकट पर भिवंडी से रईस और मानखुर्द- शिवाजीनगर से अबु आसिम आजमी माननीय बनने में सफल रहे.
2014 से अधिक मुस्लिम विधायक
महाराष्ट्र की पिछली विधानसभा (2014) में कुल आठ मुस्लिम विधायक विधानसभा पहुंचे थे. इस दफा कुल 10 मुस्लिम विधानसभा पहुंचे हैं. प्रदेश की आबादी में 12 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाले मुस्लिम बिरादरी के लगभग 100 उम्मीदवार इस बार चुनाव लड़ रहे थे. सत्ताधारी भाजपा ने किसी भी मुस्लिम को उम्मीदवार नहीं बनाया था, जबकि उसकी सहयोगी शिवसेना ने दो मुस्लिमों पर दांव लगाया था.