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महाराष्ट्रः NCP को एक और झटका, भास्कर जाधव थाम सकते हैं शिवसेना का दामन

महाराष्ट्र में विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. महाराष्ट्र एनसीपी के पूर्व प्रमुख और पूर्व मंत्री भास्कर जाधव पार्टी को अलविदा बोल सकते हैं. बताया जा रहा है कि वह जल्द ही शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.

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एनसीपी नेता भास्कर जाधव (फोटो-कमलेश सुतार)
एनसीपी नेता भास्कर जाधव (फोटो-कमलेश सुतार)

  • महाराष्ट्र एनसीपी के पूर्व प्रमुख और पूर्व मंत्री हैं भास्कर जाधव
  • उद्धव ठाकरे से मिल चुके हैं, शिवसेना में शामिल होने के कयास

महाराष्ट्र में विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. महाराष्ट्र एनसीपी के पूर्व प्रमुख और पूर्व मंत्री भास्कर जाधव पार्टी को अलविदा बोल सकते हैं. बताया जा रहा है कि वह जल्द ही शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक जाधव ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से रविवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब घंटे भर चली. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में दोनों नेताओं के बीच की यह दूसरी मुलाकात थी और इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि जाधव जल्द ही शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.

बता दें कि जाधव कोंकण क्षेत्र के गुहागर विधानसभा क्षेत्र से अभी विधायक हैं. जाधव कांग्रेस-एनसीपी सरकार में मंत्री रहे हैं और राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं. जाधव से पहले एनसीपी को झटका देते हुए पार्टी के मुंबई अध्यक्ष सचिन अहीर शिवसेना का दामन थाम लिया था.

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शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बांद्रा में ठाकरे के आवास मातोश्री पर एक समारोह में अहीर और उनकी पत्नी संगीता को पार्टी  शामिल किया गया. अहीर शिवसेना में तब शामिल हुए हैं जब एनसीपी के कई अन्य बड़े नेताओं के भी पार्टी छोड़ने की अटकलें हैं. जाधव का शिवसेना में शामिल होने को उसी अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है.

एनसीपी छोड़ बीजेपी और शिवसेना में शामिल हो रहे अपने नेताओं पर शरद पवार कड़ी प्रक्रिया जाहिर कर चुके हैं.  पिछले दिनों शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नाम लिए बिना कहा था कि जिनके हाथ में सत्ता होती है, वे लोगों को अपनी तरफ लाने की कोशिश करते हैं. जैसा कि मैंने उनमें से कुछ के साथ बात की, (प्रवर्तन निदेशालय) ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है, ठीक वैसे ही जैसे कोल्हापुर में हुआ था.

शरद पवार का इशारा हसन मुश्रीफ के यहां आयकर विभाग के छापे से था. शरद पवार ने कहा कि हसन मुश्रीफ को अपनी पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया और बाद में छापेमारी हुई.

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