मुंबई के पवई इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब 15-20 बच्चों को बंधक बनाए जाने की खबर सामने आई. पवई स्थित RA स्टूडियो में दिनदहाड़े बच्चों के अपहरण की सनसनीखेज वारदात को रोहित नाम के शख्स ने अंजाम दिया.
आर ए स्टूडियो, जहां एक्टिंग क्लासेस चलती हैं, वहीं की पहली मंजिल पर कई बच्चों को बंधक बनाया गया. शीशे के पार से बच्चे बाहर झांकते दिखाई दिए. मौके पर पुलिस पहुंची और बच्चों को सुरक्षित निकाला. इस बीच रोहित ने पुलिस पर फायरिगं कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी रोहित पर गोलियां चलाईं. उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. वहां डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया.
यूट्यूबर था रोहित
जानकारी के मुताबिक रोहित इसी RA स्टूडियो में काम करता था और एक YouTube चैनल भी चलाता था. पिछले चार-पांच दिनों से वह यहां ऑडिशन करवा रहा था.
पुलिस ने हिरासत में लिया
इस स्थिति पर मुंबई पुलिस ने कहा, 'सभी बच्चों को घटनास्थल से सुरक्षित बचा लिया गया. रोहित आर्या नाम के व्यक्ति ने इस वारदात को अंजाम दिया. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या वह वास्तव में मानसिक रूप से अस्थिर है.
जानकारी के मुताबिक, आज सुबह जब करीब 100 बच्चे ऑडिशन के लिए पहुंचे, तो उसने लगभग 80 बच्चों को जाने दिया, लेकिन 15 से 20 बच्चों को अंदर ही रोक लिया. फिलहाल, रोहित की मंशा क्या है या उसकी क्या मांगें हैं, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है.
पवई स्टूडियो के बाहर का नजारा
पवई स्टूडियो के बाहर पेरेंट्स की भीड़ जमा हो गई. जो बच्चों के लिए परेशान दिखी.
किडनैपर ने जारी किया वीडियो मैसेज
इस बीच किडनैपर रोहित आर्य का एक वीडियो मैसेज सामने आया, जिसमें उसने खुद को बच्चों के अपहरण के पीछे का व्यक्ति बताते हुए कहा कि उसने यह सब एक योजना के तहत किया है. रोहित ने दावा किया कि उसने बच्चों को इसलिए बंधक बनाया है ताकि वह कुछ लोगों से बातचीत करा सके.
वीडियो में उसने कहा कि उसकी कोई बड़ी वित्तीय (financial) मांग नहीं है, बल्कि उसकी मांगें नैतिकता से जुड़ी हैं. रोहित ने यह भी कहा कि वह खुद को आतंकवादी नहीं मानता, बल्कि केवल सवाल पूछना और उनके जवाब पाना चाहता है. उसने चेतावनी दी कि अगर पुलिस या कोई और आक्रामक कदम उठाता है, तो वह कोई गलत कदम उठाएगा. उसने सभी से अपील की कि उसे ट्रिगर न किया जाए.
पेरेंट्स को सौंपे गए बच्चे
मुंबई पुलिस ने कहा कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है. वेरिफिकेशन के बाद अन्य जानकारी जल्द से जल्द साझा की जाएगी.