शिवराज कैबिनेट के नए मंत्री गुरुवार सुबह 11 बजे शपथ लेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 11 से 12 बजे तक शपथ ग्रहण समारोह चलेगा. इस दौरान करीब 24-25 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है. इस समारोह में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहेंगे.
वहीं, बुधवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल के तौर पर शपथ ले ली. उन्हें हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एके मित्तल ने शपथ दिलाई. गुरुवार को वो नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी. राजभवन में उनके शपथ ग्रहण समारोह में सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ और प्रदेश सरकार के मंत्री और पूर्व मंत्री शामिल हुए.
इधर, सिंधिया का आधिकारिक कार्यक्रम जारी किया गया है. शपथ ग्रहण के बाद सिंधिया भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. फिर शाम 4.30 बजे से कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले 22 पूर्व विधायकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे. सिंधिया हर पूर्व विधायक से करीब 15 मिनट अकेले बातचीत करेंगे.
मध्य प्रदेशः शिवराज सिंह के लिए कितना मुश्किल होगा मंत्रिमंडल का विस्तार?
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं. इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं. शिवराज समेत कुल छह सदस्य अभी कैबिनेट में हैं. इस तरह से 29 मंत्रियों की जगह ही रिक्त है. बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के 8-9 समर्थकों को मंत्री बनाया जा सकता है.
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के दो समर्थक विधायक अभी शिवराज कैबिनट में शामिल हैं. इसके अलावा प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, एदल सिंह कंसाना, बिसाहू लाल सिंह और हरदीप सिंह डंग के मंत्री बनने की उम्मीद है.