पूर्व ओलंपियन और कांग्रेस के नेता असलम शेरखान ने आरोप लगाया है कि देश में खेल के बड़े पुरस्कार सिफारिश और भ्रष्टाचार के बिना नहीं मिलते है.
उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि अर्जुन अवार्ड के ढाई लाख रुपये के लिए फेडरेशन को लाख रुपये तो देने ही पड़ते हैं इतना ही नहीं यदि रकम मोटी है तो और ज्यादा पैसे भी देना पड़ सकता है.
उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि उनके सामने की बात है कि जब हॉकी टीम में दो अच्छे खिलाड़ी होते थे तो एक को कप्तान बना देते थे और एक से पुरस्कार देने का वादा किया जाता था और यहीं से भ्रष्टाचार शुरू हो जाता था और सही प्रतिभा को अवार्ड नहीं मिल पाता था.
असलम शेरखान ने कहा वे भारतीय हॉकी टीम से खेल चुके हैं और सिस्टम का हिस्सा भी रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि आप दाई से पेट नहीं छिपता है. असलम शेर खान ने कहा कि सरकार कोई भी हो काम एक सा होता है.
दूसरी ओर अर्जुन अवार्ड विजेता जलालुद्दीन ने असलम शेर खान के इन आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि कई खिलाड़ी छूट सकते हैं लेकिन करप्शन से अर्जुन अवार्ड, खेल रत्न और पद्म श्री नहीं मिलते हैं.