झारखंड में जब भी कोई बड़ा त्यौहार होता था और जुलूस निकाले जाते थे, तो सुरक्षा के मद्देनजर बिजली काट दी जाती थी. पूर्व में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जैसे मोहर्रम के दौरान पेटरवार में कई लोगों की जान गई थी. लेकिन इस बार, माननीय उच्च न्यायालय ने इस प्रथा का संज्ञान लिया और कड़े शब्दों में निर्देश दिया कि बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, क्योंकि बिजली कटौती से हर जगह का काम बाधित होता है.