झारखंड के रामगढ़ जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के जवाहर नगर में सोमवार देर शाम चोरी के संदेह में दो नाबालिग लड़कों को लोगों ने न केवल बुरी तरह पीटा, बल्कि उन्हें रस्सियों से बांधकर पूरी रात खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया. इस दौरान कई लोग तमाशबीन बने रहे, लेकिन किसी ने बच्चों की मदद नहीं की.
मंगलवार सुबह मामले की सूचना मिलते ही भुरकुंडा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों नाबालिगों को मुक्त कराकर थाने ले आई. पुलिस के अनुसार, दोनों लड़कों की उम्र 13 से 14 साल के बीच है और वे पास के लक्ष्मी टॉकीज इलाके में रहते हैं. वे कबाड़ बीनने का काम करते हैं. केवल शक के आधार पर उनके साथ की गई बर्बरता ने न केवल कानून व्यवस्था बल्कि सामाजिक संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चों को मुहल्ले में घूमते देख कुछ लोगों ने उन्हें चोर समझ लिया और बिना किसी जांच के उनके साथ हिंसक व्यवहार किया. हाथ-पैर बांधकर बच्चों को पूरी रात खुले में छोड़ना न केवल अमानवीय कृत्य है बल्कि यह भी दर्शाता है कि कुछ लोग कानून को अपने हाथ में लेकर भीड़ तंत्र चला रहे हैं.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
भुरकुंडा ओपी प्रभारी निर्भय गुप्ता ने बताया कि दोनों बच्चों को बाल मित्र थाना में सुरक्षित रखा गया है और पूरे मामले की जांच जारी है. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है.