झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के खिलाफ एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने करीब 30 आईईडी बम बरामद किए और उन्हें मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया. हर आईईडी का वजन लगभग 2 किलोग्राम था, जिन्हें जंगल और पहाड़ी इलाके में छिपाया गया था. इस कार्रवाई ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को समय रहते विफल कर दिया.
यह संयुक्त अभियान 4 जुलाई को गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया था, जिसमें चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन, एसएसबी और सरायकेला पुलिस शामिल रहीं. ऑपरेशन पश्चिम सिंहभूम के टोकलो थाना क्षेत्र और सरायकेला जिले के दलभंगा ओपी के सीमावर्ती जंगल और पहाड़ी इलाकों में चलाया गया.
बरामद सभी आईईडी बम नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के उद्देश्य से बिछाए गए थे, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता और बम निरोधक दस्ते की कार्रवाई से सभी विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया गया.
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पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर इस सघन तलाशी अभियान की शुरुआत की गई थी. जांच में सामने आया कि माओवादी नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और पिंटु लोहार जैसे कुख्यात नक्सली इस क्षेत्र में लगातार विध्वंसक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं.
इन नक्सलियों की मंशा थी कि वे सुरक्षाबलों की गश्ती और तलाशी गतिविधियों को निशाना बनाकर बड़ी क्षति पहुंचाएं, लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी ने उनके मंसूबे विफल कर दिए. पुलिस और अर्धसैनिक बल लगातार जंगलों और सीमावर्ती इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं, ताकि नक्सलियों के हर मंसूबे को समय रहते नाकाम किया जा सके.