ये कहानी झारखंड के जमशेदपुर की है, जिसने लोगों के दिल दहला दिए. आधी रात का सन्नाटा, अचानक उठती रहस्यमयी आवाजें और तंत्र साधना की परछाइयां... इन सबके बीच एक तांत्रिक अपने दोस्त का कातिल बन बैठा. तांत्रिक को लगता था कि वह अगर किसी की बलि देगा, तो उसे सिद्धि प्राप्त हो जाएगी. अब ये तांत्रिक पुलिस की गिरफ्त में है. हत्या का केस दर्ज हो चुका है. उसने पुलिस को जो कहानी बताई, वो हिला देने वाली है.
मामला गोलमुरी थाना क्षेत्र का है. मृतक अजय, अपने परिवार का इकलौता बेटा था. पिता की मौत के बाद वही अपने होटल को संभाल रहा था और मां व तीन बहनों का सहारा बना हुआ था. लेकिन किसे पता था कि अजय का सबसे बड़ा भरोसा ही उसकी मौत का कारण बन जाएगा.
दरअसल, पुलिस ने संदीप नाम के आरोपी को पकड़ा है, जो खुद को तांत्रिक बताता है. तांत्रिक संदीप ने पुलिस के सामने जो राज खोले, वो रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं. संदीप ने कबूल किया कि वह वर्षों से तंत्र साधना कर रहा था, उसे विश्वास था कि अगर वह अजय की बलि देगा तो उसे आठ साल बाद सिद्धि प्राप्त हो जाएगी. इसी भ्रम और अंधविश्वास में संदीप ने ऐसा कदम उठाया, जो झकझोर देने वाला है.

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संदीप ने पूरी प्लानिंग की. अपने साथी भगतराम के साथ मिलकर अजय को बुलाया. उसे बहाने से घर लाया गया और फिर उसके हाथ-पैर बांधकर एक बॉक्स में बंद कर दिया गया. जैसे ही अजय छटपटाने लगा और उसकी चीखें सुनसान रात को चीरने लगीं, आसपास के लोग चौंक उठे. रहस्यमयी आवाजें मोहल्ले के घरों तक पहुंच गईं और शक गहराने लगा.
पड़ोसियों को हुआ शक, खुली पोल
स्थानीय लोगों ने जब आवाज की दिशा में झांकने की कोशिश की तो उन्होंने देखा कि संदीप घर से भागने की कोशिश कर रहा है. लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. गोलमुरी थाना प्रभारी संजय सुमन और उनकी टीम मौके पर पहुंची और अजय को हॉस्पिटल ले जाया गया. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी- अजय की मौत हो गई.
अंधविश्वास का काला सच
पुलिस की सख्त पूछताछ में संदीप ने अजय की हत्या की बात कबूल की. यह भी बताया जा रहा है कि अजय ने इससे पहले भी दो हत्याएं कीं, लेकिन सबूतों की कमी के कारण वह बच निकलता था. तांत्रिक छवि ने लोगों को डराकर चुप रखा. लेकिन इस बार अजय की मौत के बाद उसकी करतूतों का सच सामने आ ही गया. पुलिस ने कहा कि आरोपी संदीप और उसके साथी भगतराम को अरेस्ट कर लिया गया है. दोनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है.
अजय की मौत ने उसके परिवार को तोड़कर रख दिया है. मां और बहनें बेसुध हालत में हैं. गांव और मोहल्ले में इस घटना के बाद लोग सन्न रह गए. सवाल है कि आखिर इंसान अंधविश्वास और सिद्धि के चक्कर में इतना अंधा कैसे हो सकता है कि किसी की जान ले ले?