
कोरोना वायरस की महामारी के बीच झारखंड में आपदा प्रबंधन विभाग की मंगलवार को बैठक हुई. आपदा प्रबंधन विभाग की इस बैठक में कोरोना के हालात से लेकर स्कूल खोलने, दुर्गा पूजा, नवरात्रि मेला के आयोजन तक, सभी पहलुओं पर मंथन किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में धार्मिक स्थलों और छठी क्लास से ऊपर के स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया.
छठी क्लास से ऊपर की कक्षाएं स्कूलों में संचालित होंगी. झारखंड में आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में ये भी फैसला लिया गया कि दुर्गा पूजा का आयोजन होगा लेकिन सरकार ने इसको लेकर कुछ सख्त फैसले भी लिए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में ये फैसला लिया गया कि दुर्गा पूजा के लिए पंडाल बनाया जाएगा लेकिन आम लोगों के दर्शन पर प्रतिबंध रहेगा.

झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में ये निर्णय भी लिया गया कि दुर्गा पूजा तो होगी लेकिन प्रसाद का वितरण नहीं किया जाएगा. मां दुर्गा की मूर्ति की ऊंचाई को लेकर भी सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए हैं. दुर्गा प्रतिमा की अधिकत ऊंचाई पांच फीट तक रखने के लिए कहा गया है. नवरात्रि के अवसर पर लगने वाले मेले इसबार नहीं लगेंगे.
इसके अलावा झारखंड सरकार की ओर से ये भी कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को मंदिर या पंडाल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति तो दे दी है लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि बड़े मंदिरों में हर घंटे सौ लोगों को दर्शन करने की अनुमति दी गई है. वहीं, छोटे मंदिरों में क्षमता के हिसाब से 50 फीसदी लोग दर्शन कर पाएंगे.