जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले के पाटन इलाके में धरगांव के लोग गांव के बीच से बह रही एक नदी पर पुल न होने से परेशान है. खासतौर से सर्दी के मौसम में ठंडे पानी के बीच से ही लोगों को गांव के एक हिस्से से जाकर दूसरे हिस्से तक पहुंचने में नदी पार करके ही राहत हासिल हो पाती है. बारिशों के मौसम में दिक्कत और भी बढ़ जाती है जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है. तब गांव के दो हिस्से पूरी तरह से कट जाते हैं.
गांव वालों का कहना है कि पिछले 50 साल से लगातार वह सरकार और सरकार के आला अधिकारियों को बार-बार गांव में पुल बनाने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी परेशानी को कोई भी दूर नहीं कर रहा है.
गांव के 70 साल के मोहम्मद अकबर परे का कहना है कि 1970 से लगातार वह गांव में नदी पर पुल बनाने के लिए हर मंत्री और अधिकारी तक पहुंचे हैं लेकिन झूठे आश्वासन के सिवा उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ.
कई बार गांव वालों ने प्रदर्शन भी किया लेकिन वह भी काम ना आया. जब राज्य के सड़क एवं भवन महकमे के अधिकारियों से 'आजतक' ने जानने की कोशिश की कि आखिर गांव में पुल क्यों नहीं बन रहा है तब बारामुला के R&B चीफ इंजीनियर का कहना था कि पुल बनाने के लिए उन्होंने 2016 में ही सरकार को लागत के साथ प्लान भी भेजा हुआ है. अभी तक उन्हें सरकार की तरफ से पुल के निर्माण की मंज़ूरी का इंतजार है.