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इंजीनियर कैदी ने जेल को बनाया हाईटेक

अमित ने फिनिक्स नाम का एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है जो जेल प्रबंधन प्रणाली की क्षमता बढ़ाता है और कैदियों का लेखा-जोखा रखता है. गृह मंत्रालय ने सितंबर 2015 में पत्र लिखकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फिनिक्स सॉफ्टवेयर को लगाने की सिफारिश की.

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कैदी ने जेल में बनाया सॉफ्टवेयर
कैदी ने जेल में बनाया सॉफ्टवेयर

फर्जी दहेज हत्या के मामले में करीब 13 महीने तक हरियाणा की भोंडसी जेल में रहे इंजीनियर अमित मिश्रा ने जेल में रहकर एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है जो भारतीय जेलों को हाईटेक बनाने में मदद करेगा. 31 साल के अमित को 2013 में एक झूठे दहेज के मामले में जेल भेज दिया गया था. जेल में रहते हुए ही अमित ने अपना समय जेल के लिए एक ऐसे सॉफ्टवेयर बनाने में लगाया जो जेल के सिस्टम को आसान बना सके.

अमित ने फिनिक्स नाम का एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है जो जेल प्रबंधन प्रणाली की क्षमता बढ़ाता है और कैदियों का लेखा-जोखा रखता है.
गृह मंत्रालय ने भी सितंबर 2015 में पत्र लिखकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फिनिक्स सॉफ्टवेयर को लगाने की सिफारिश की.

बहुत कठिन था जेल में बिताया गया समय
अमित की पत्नी ने शादी के दो साल के भीतर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, अमित को दहेज हत्या के आरोप में परिवार सहित 13 महीने जेल में बिताने पड़े थे.  जेल में रहते हुए ही उसने जेल के सिस्टम की खामियों को समझा और सॉफ्टवेयर बना डाला.

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जेल में बनाया कूपन सिस्टम
अमित ने जेल में कैदियों के लिए कूपन सिस्टम बनाया. इस सिस्टम के बाद कोई भी कैदी अपने अंगूठे के निशान के साथ कैंटीन से किसी भी उत्पाद को खरीद सकता था और पैसा उसके खाते से सीधे ट्रांसफर हो जाता था.

जेलर ने दिया था सुझाव
जेल में बंद अमित डिप्रेशन में आ गया था. कैदी अमित की इस हालत पर जेलर ने संज्ञान लिया और उन्हें मानसिक रुप से सही रहने के लिए काम करने का सुझाव दिया, जिसके बाद अमित ने सॉफ्टवेयर पर काम करना शुरू किया.

फरवरी 2015 में हुआ था बरी
अमित के सॉफ्टवेयर को हरियाणा की सभी जेलों में लगाया गया और अन्य राज्यों में लगाने के लिए भी बात की जा रही है. जिन राज्यों से बात की जा रही है उनमें उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और असम हैं.

ससुराल वालों ने लगाया झूठा केस
अमित अपनी पत्नी की आत्महत्या के बारे में कुछ नहीं जानते हैं. अमित के मुताबिक उन्हें नहीं पता कि उनकी पत्नी ने आत्महत्या क्यों की थी. अमित का कहना है कि उनकी सास उन्हें बेटे की तरह मानती थी, फिर भी उन पर अपनी ही पत्नी की हत्या का झूठा केस लगा दिया.

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जांच अधिकारी ने बताया था निर्दोष
अमित के मुताबिक जांच अधिकारी भी उसे निर्दोष मानता था. उसने अमित को बताया था कि वह जानता है कि वह निर्दोष है लेकिन हालात उसके पक्ष में नहीं थे.

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