हरियाणा के अंबाला में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है. जिसकी वजह से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. लोगों के घरों में छह-छह फुट पानी घुस गया है. पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बारिश की वजह से नदियों में ओर पानी आने की सम्भावना है.
प्रशासन का कहना है कि अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हैं, जबकि घग्गर, मारकंडा नदी में और पानी आ सकता है. दूसरी ओर सेना के साथ अब वायुसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है. लोगों का समय छतों पर कट रहा है. जहां उन्हें खाने-पीने का सामान मुहैया कराया जा रहा है. अंबाला, करनाल, पानीपत और सोनीपत के बाद अब जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पलवल और सिरसा जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
तेज बारिश ने जमकर मचाई तबाही
तीन दिन तक हुई तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. घरों में रखा सारा सामान बर्बाद हो गया. अब लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं कि सरकार सभी बाढ़ पीड़ितों को जल्द से जल्द मुआवजा दे. वहीं एक बाढ़ पीड़ित महिला विधायक पर गुस्सा उतारती नजर आई. महिला ने कहा कि इतने बड़े परिवार के लिए सिर्फ एक पानी की बोतल दे गए.
वहीं, प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है कि पहाड़ों से और पानी छोड़ा जा सकता है, जिसके चलते टांगरी, मारकंडा नदी के आसपास की कॉलोनियों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है.
17 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना
हालांकि प्रशासन का कहना है कि अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हैं, जबकि घग्गर, मारकंडा नदी में और पानी आ सकता है. दूसरी ओर सेना के साथ अब वायुसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है. 17 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है.